दुबई में डॉ. परदेशीराम वर्मा अंतराष्ट्रीय कथा सम्मान से हुए सम्मानित
दुबई में विमोचन, वैचारिक संगोष्ठी एवं संस्कृति सत्र भी
अंतराष्ट्रीय हिन्दी उत्सव 2023 के अवसर दुबई में आयोजित वैचारिक एवं सांस्कृतिक संगोष्ठी में हिन्दी साहित्य को अंर्राष्ट्रीय पटल पर विकसित पुष्पित एवं पल्लवित करने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ मित्र एवं सहयोगियों द्वारा वृहद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उक्त आयोजन में छ्त्तीसगढ़ के वरिष्ठ साहित्यकार हिन्दी एवं छत्तीसगढ़ी कथा सम्राट डॉ.परदेशी राम वर्मा को हिन्दी कथा साहित्य में विशिष्ट लेखन के लिए सम्मान प्रदान किया गया । छत्तीसगढ़ के भिलाई वासी लेखक डॉ. परदेशीराम वर्मा को यह प्रथम सम्मान हिन्दी दिवस पर 14 सितंबर को प्रदान किया गया । यह सम्मान हिन्दी छत्तीसगढ़ी कथा साहित्य एवं आंचलिक साहित्य में सतत बहुमूल्य योगदान के लिए प्रदान किया गया । अकादमिक समन्वय डॉ. रविन्द्र कात्यायन एवं समन्वयक डॉ. सुधीर शर्मा ने कार्यक्रम का संचालन किया । उल्लेखनीय है कि डॉ. परदेशीराम वर्मा की कृतियाँ एम.ए. हिन्दी एवं विभिन्न कथाओं के पाठ्यक्रम में शामिल है ।
मुख्य अतिथि डॉ. आरती लोकेश वरिष्ठ साहित्यकार एवं संपादक दुबई, डॉ. कुलबूषण व्यास वरिष्ठ साहित्यकार दुबई, डॉ. आलोक कुमार संगीत गुरू दुबई, सुश्री मधुलिका लेखिका कवियित्री दुबई ने इस अवसर पर व्याख्यान दिया । वैचारिक सभा की अध्यक्षता डॉ. परदेशीराम वर्मा ने किया । उन्होंने कहा कि हिन्दी साहित्य की समृद्धि में छत्तीसगढ़ का उल्लेखनीय योगदान है । सरस्वती के संपादक महावीर प्रसाद द्विवेदी ने कार्यमुक्त होते हुए छत्तीसगढ़ के ऋषि तुल्य लेखक डॉ. पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी को मात्र 23 वर्ष की उम्र में चुना । छत्तीसगढ़ हिन्दी के महान कवि मुक्तिबोध की साधना का अंचल है ।
हिन्दी की पहली कहानी का लेखन पेंड्रा में रहकर माधवराव सप्रे ने किया । आज के दौर में छत्तीसगढ़ के यशस्वी हिन्दी रचनाकार अपना अमूल्य योगदान देकर देश विदेश में चर्चित सम्मानित है । इस सांस्कृतिक यात्रा में साहित्यक 40 लेखकों के साथ डॉ. परदेशीराम वर्मा परिवार के महेश वर्मा, श्रीमती स्मिता वर्मा, राजेन्द्र साहू, नीतीश एवं खुशबू शामिल थे ।
महेश एवं राजेन्द्र साहू ने मंचीय प्रदर्शन तथा गायन प्रस्तुत कर समारोह में आए प्रतिभागियों को बहुत प्रभावित किया । इन दोनों कलाकारों के साथ ही प्रतिभागी साहित्यकारों का आत्मीय सम्मान स्मृति चिन्ह देकर किया गया । इस अवसर पर स्मारिक दुबई में हिन्दी का विमोचन किया गया । इस स्मारिका में प्रतिभागी साहित्यकारों की प्रेरक रचनाओं का संपादन जे.के. डागर एवं डॉ. सुधीर शर्मा ने किया है । स्मारिका के प्रधान संपादक डॉ. परदेशीराम वर्मा है ।
विभिन्न रचनाकारों की पुस्तकोें का विमोचन भी इस प्रथम सत्र में किया गया । काव्य संग्रह वक्त डगर की विजय गुप्ता, कहानी संग्रह जीवन की लहरें, जे.के. डागर, काजल मुले लिखित दोस्तों के साथ का विमोचन हुआ । इस सत्र का संचालन डॉ. तृषा शर्मा ने किया । सरस्वती वंदना सीमा अवस्थी ने किया ।
काव्य पाठ के सत्र का संचालन विजय गुप्ता तथा मुम्बई की उर्मिला सिंह ने किया । आभार श्रीमती स्मिता वर्मा ने व्यक्त किया । हिन्दी का वैश्विक परिदृष्य विषय पर आयोजित सत्र के अध्यक्ष रामकुमार बेहार थे । स्वागत गीत राजेन्द्र साहू ने प्रस्तुत किया । 11 से 17 तक की इस यात्रा में दुबई तथा अबूधाबी के महत्वपूर्ण स्थलों का भ्रमण भी प्रतिभागियों ने किया । उक्त सम्मान हेतु जनवादी लेखक संघ बालोद जिला संयोजक डॉ.अशोक आकाश,अध्यक्ष देव जोशी गुलाब अखिलेश्वर प्रसाद मिश्रा, गजेन्द्र झा राजनॉंदगॉंव दिनेश गौतम बेमेतरा, चोला राम बादल हरबंस सहित छत्तीसगढ़ के साहित्यकारों ने प्रसन्नता व्यक्त किये हैं।