सनातन धर्म सदा से शाश्वत और पुरातन रहा है इसे जो छेड़ेगा उसे संत समाज छोड़ेगा नहीं: संत श्री राम बालक दास जी

सनातन धर्म सदा से शाश्वत और पुरातन रहा है इसे जो छेड़ेगा उसे संत समाज छोड़ेगा नहीं: संत श्री राम बालक दास जी

सनातन धर्म सदा से शाश्वत और पुरातन रहा है इसे जो छेड़ेगा उसे संत समाज छोड़ेगा नहीं: संत श्री राम बालक दास जी

सनातन धर्म सदा से शाश्वत और पुरातन रहा है इसे जो छेड़ेगा उसे संत समाज छोड़ेगा नहीं: संत श्री राम बालक दास जी


छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर में अखिल भारतीय संत समिति का सम्मेलन आज संपन्न हुआ इस सम्मेलन में राष्ट्रीय अध्यक्ष जितेंन्द्रानंद सरस्वती जी वाराणसी से पधारे साथ ही संपूर्ण छत्तीसगढ़ के मठ मंदिरों के महामंडलेश्वर ,श्री महंत, पुजारी ,अर्चक ,पूजारी ,बैगा , कबीर पन्थ ,सतनाम समाज , राम रमिया समाज , से लेकर समस्त मत पंथों एवं संस्थाओं के हजारों प्रतिनिधि उपस्थित हुए

इस कार्यक्रम में अपने विचार रखते हुए छत्तीसगढ़ के परम संत श्री राम बालक दास जी ने अपने ओजस्वी उद्धोबन में कहा कि जिस तरह से कुछ दिनों से छत्तीसगढ़ में मठ मंदिरों एवं संत महात्माओं पर आक्रमण हो रहा है इससे छत्तीसगढ़ संत समाज व्यथित हैं और बहुत जल्द ही आर पार की लड़ाई लडी जाएगी श्री जामड़ी पाटेश्वर धाम जिला बालोद का विषय भी संत श्री राम बालक दास जी ने सभा में उठाया और अखिल भारतीय संत समिति ने कहा कि किसी भी मठ मंदिर से कोई संत को बेदखल करने की यदि प्रदेश सरकार सोचती भी है तो संपूर्ण संत समाज उनके साथ खड़ा है ऐसा नहीं होने दिया जाएगा जो हमें छेड़ेगा उन्हें हम छोड़ेंगे नहीं 

4 प्रस्ताव सभा में पारित किए गए प्रस्ताव क्रमांक 1 , छत्तीसगढ़ धर्मांतरण मुक्त हो प्रस्ताव क्रमांक 2 , छत्तीसगढ़ में प्रत्येक गाय को 30 रु प्रतिदिन के हिसाब से गोपालन राशि मिले प्रस्ताव क्रमांक 3 , मठ मंदिर के संत महंत पुजारी को भी सम्मान निधि के रूप में प्रति माह 3000 रुपए मिले प्रस्ताव क्रमांक 4 ,भारत हिंदू राष्ट्र घोषित हो।

Ads Atas Artikel

Ads Atas Artikel 1

Ads Center 2

Ads Center 3