शिवनाथ में और कितने हादसों के बाद जागेगा प्रशासन?: डॉ. प्रतीक उमरे
दुर्ग नगर निगम के पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने शिवनाथ नदी में लगातार हो रहे हादसों पर पूछा कि और कितने हादसों के बाद दुर्ग जिला प्रशासन सुरक्षा के उपाय करेगा।पूर्व में कई बार इस विषय पर ध्यानाकर्षित कराने के बाद भी दुर्ग नगर निगम एवं दुर्ग जिला प्रशासन मूकदर्शक बना रहा जिसका परिणाम सामने है।दो हफ्ते में दर्जन भर लोग आत्महत्या कर चुके हैं तथा कई अन्य हादसे भी हो चुके है।लेकिन दुर्ग नगर निगम एवं जिला प्रशासन को आम लोगों की जान की कोई परवाह नहीं है।
विधायक अरुण वोरा के गैरजिम्मेदाराना बयान पर भी आपत्ति
पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने कहा कि दुर्ग विधायक अरुण वोरा द्वारा हादसों पर कहा गया कि राशि स्वीकृत होने के बाद भी कैमरे नही लगे,सरकार कांग्रेस की है वे खुद विधायक हैं उसके बाद भी बच्चों जैसे बयान दे रहे है,वे बताए किसने सुरक्षा के उपाय नहीं किये,किसने कैमरे और जाली नहीं लगवाया उसकी जाँच किया जाए,किसकी लापरवाही से आज तक सुरक्षा के अन्य उपाय नहीं किये गए।वे जनप्रतिनिधि होने के नाते खुद कोई कार्य कराने में सक्षम नहीं है तो उन्हें विधायक पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।जो मांग मेरे द्वारा महीनों से किया जा रहा है कि नदी के दोनों तरफ जाली लगाया जाए उसको उनके द्वारा दोहराया जा रहा है।कांग्रेस की सरकार में खुद विधायक होने के बाद भी वे दुर्ग की जनता को सुरक्षा की गारन्टी नहीं दे पा रहे हैं।उनके द्वारा कलेक्टर एसपी से चर्चा करने की बात कही जा रही है।पहले ही कर लेते तो शायद हादसे टल जाते।ऐसे गैरजिम्मेदाराना बयान देने से अच्छा है तत्काल सुरक्षा के उपाय किये जायें।ताकि भविष्य में हादसे ना हो।