डॉ. प्रतीक उमरे ने ई रिक्शा की वजह से बढ़ रही दुर्घटनाओं को रोकने यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए कठोर कदम उठाने की मांग की
दुर्ग नगर निगम के पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने दुर्ग कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा से दुर्ग रेलवे स्टेशन के सामने सड़क पर खड़े ई रिक्शा की वजह से बढ़ रही दुर्घटनाओं को रोकने यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए कठोर कदम उठाने की मांग किया है। पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने बताया कि दुर्ग रेलवे स्टेशन के सामने सड़क पर बेतरतीब ढंग से खड़े ई रिक्शा की वजह से लगातार दुर्घटनाएं हो रही हैं,बार बार जाम की स्थिति निर्मित होने से भी लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सीधे तौर पर कहा जाय तो ई रिक्शा चालकों की मनमानी और रेलवे के जिम्मेदार अफसरों की लापरवाही के चलते आम लोग हादसों का शिकार हो रहे हैं। बेअंकुश ई रिक्शा चालकों ने दुर्ग रेलवे स्टेशन की सामने सड़क को अपना अघोषित स्टैंड बना लिया है।रेलवे के अधिकारी सब कुछ जान के भी मूकदर्शक बने हुए हैं।ई रिक्शा के चालकों में बहुत से नाबालिग हैं जिनके पास ई रिक्शा चलाने का कोई लाइसेंस तक नहीं है जो नियम कायदों को ताक पर रख दुर्घटनाओं को न्योता दे रहे हैं।
दोपहिया वाहन की जांच तेज पर ई रिक्शा की कोई जांच नहीं
पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने कहा कि दुर्ग में दोपहिया वाहनों की जांच तेजी से की जा रही है। बिना हेलमेट या ट्रिपल लोड दो पहिया वाहन को देखते ही रोककर चालान काटा जा रहा है। लेकिन, ऐसा लगता है कि ई-रिक्शा के मामले में अधिकारी आंखें बंद किए हुए हैं।लोगों की जान खतरे में डालकर फर्राटा भरने वाले ई रिक्शा चालकों पर नजर पड़ने के बाद भी पुलिस उन्हें यातायात नियम बताना मुनासिब नहीं समझ रही है। इससे ऐसा लग रहा है कि शायद कोई बड़ी दुर्घटना होने के बाद पुलिस इस मनमानी पर रोक लगाने की कवायद शुरू करे।