छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के सातवाँ प्रांतीय सम्मेलन में सम्मिलित हुए बालोद जिला के साहित्यकार

छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के सातवाँ प्रांतीय सम्मेलन में सम्मिलित हुए बालोद जिला के साहित्यकार

छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के सातवाँ प्रांतीय सम्मेलन में सम्मिलित हुए बालोद जिला के साहित्यकार

छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के सातवाँ प्रांतीय सम्मेलन में सम्मिलित हुए बालोद जिला के साहित्यकार


 छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग का सातवाँ प्रांतीय सम्मेलन 2023 होटल बेबीलॉन इंटरनेशनल व्ही आई पी रोड रायपुर छत्तीसगढ़ में दिनांक 23 व 24 सितंबर को संपन्न हुआ।

इस प्रांतीय सम्मेलन का उद्घाटन नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री शिव कुमार डहरिया , संसदीय सचिव कुंवर सिंह निषाद एवं वरिष्ठ साहित्यकार विनय कुमार पाठक परदेसी राम वर्मा,छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के सचिव डॉ.अनिल कुमार भतपहरी के उपस्थिति में राजगीत द्वारा हुआ।
  
तत्पश्चात समारोह के प्रथम सत्र में छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग द्वारा प्रकाशित पंद्रह साहित्यकारों की पुस्तक का विमोचन हुआ, जिसमें मधुर साहित्य परिषद् तहसील डौंडी लोहारा के अध्यक्ष कन्हैया लाल बारले द्वारा लिखित कहानी दू गज जमीन का विमोचन किया गया । विचार उद्बोधन के विषयों में पाठ्यक्रम में छत्तीसगढ़ी, छत्तीसगढ़ राज्य बने के बाद छत्तीसगढ़ी गद्य साहित्य म नवाचार, छत्तीसगढ़ राज्य बने के बाद महिला साहित्यकारों के योगदान, छत्तीसगढ़ी लोक साहित्य, छत्तीसगढ़ी में नयी पीढ़ी शामिल रहे । रात्रिकालीन काव्यपाठ सत्र संचालन सुप्रसिद्ध कवि मीर अली मीर, रामानंद त्रिपाठी एवं डॉ.अशोक आकाश द्वारा किया गया, जिसमें बालोद के कवियों नें तहलका मचाती हास्य व्यंग्य कविता से सबका मन मोह लिया, अखिलेश्वर प्रसाद मिश्रा की कविता तुँहर ददा के का जावथे ने खूब तालियाँ बटोरी। नवोदित कलमनेत्री गायत्री साहू ने छत्तीसगढ़ महतारी की वन्दना से सुन्दर शब्द चित्र प्रस्तुत किया। छत्तीसगढ़ राज भाषा आयोग के इस प्रांतीय सम्मेलन में बालोद जिला के राजभाषा समन्वयक डॉ.अशोक आकाश को अंगवस्त्र एवं राजकीय स्मृति से सम्मानित किया गया।

 कार्यक्रम में वरिष्ठ साहित्यकार टी.आर. महमल्ला, डीआर गजेन्द्र,भरत बुलंदी, अखिलेश्वर प्रसाद मिश्रा, देवजोशी गुलाब, बुटूराम पूर्णे, देवनारायण नगरिहा, कन्हैया लाल बारले, जयकांत पटेल, लव कुमार सिंह आरव, अजीत अर्जित, गायत्री साहू, गजेंद्र कुमार साहू, दिनेंद्र दास साहेब, द्रोण कुमार सार्वा, हर्षा देवांगन , गुमान सिंह साहू, टिकेश्वर सिन्हा, लोकनाथ साहू आलोक, नीरज उपाध्याय, मीनू साहू, खिलावन चन्द्राकर, छत्तीसगढ़ी भाषा विज्ञान के पी.एच.डी छात्र विनय बघेल एवं जगन्नाथपुर एवं तरौद के एम. ए. छत्तीसगढ़ी के छात्र शामिल हुए।

Ads Atas Artikel

Ads Atas Artikel 1

Ads Center 2

Ads Center 3