नगर निगम के पास पर्याप्त अमला होने के बाद भी करोड़ों फूंक कर निजी कंपनी से टैक्स वसूली कराना भर्राशाही की पराकाष्ठा : डॉ. प्रतीक उमरे

नगर निगम के पास पर्याप्त अमला होने के बाद भी करोड़ों फूंक कर निजी कंपनी से टैक्स वसूली कराना भर्राशाही की पराकाष्ठा : डॉ. प्रतीक उमरे

नगर निगम के पास पर्याप्त अमला होने के बाद भी करोड़ों फूंक कर निजी कंपनी से टैक्स वसूली कराना भर्राशाही की पराकाष्ठा : डॉ. प्रतीक उमरे

नगर निगम के पास पर्याप्त अमला होने के बाद भी करोड़ों फूंक कर निजी कंपनी से टैक्स वसूली कराना भर्राशाही की पराकाष्ठा : डॉ. प्रतीक उमरे


दुर्ग नगर निगम के पूर्व एल्डरमैन डॉ.प्रतीक उमरे ने नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के सचिव डॉ.अय्याज तम्बोली से दुर्ग नगर निगम की भर्राशाहीपूर्ण कार्यप्रणाली पर कार्यवाही की मांग किया है।पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने बताया कि दुर्ग नगर निगम द्वारा जमकर बेवजह जनता के पैसों की बर्बादी किया जा रहा है।दुर्ग नगर निगम में तीस से अधिक सहायक राजस्व निरीक्षक होने के बाद भी निजी कंपनी को टैक्स वसूली के लिए करोडों रुपए की राशि कमीशन के रूप में हर साल भेंट किया जा रहा है।टैक्स वसूली का कार्य निजी कंपनी को दिए जाने के चलते सहायक राजस्व निरीक्षकों का काम कौड़ी का भी नहीं रह गया है,बस कुर्सी तोड़ रहे हैं। हालात ये है कि सहायक राजस्व निरीक्षकों से निगम बाबूगिरी और कंप्यूटर ऑपरेटर का कार्य कराकर उस पर भी मोटी रकम फूंक रहा है। निगम प्रशासन द्वारा जहां हर साल निजी कंपनी को सात प्रतिशत से अधिक कमीशन के रूप में हर साल डेढ़ करोड़ से अधिक की राशि दी जा रही है,उतनी ही राशि इन सहायक राजस्व निरीक्षकों को भी भुगतान किया जा रहा है।दुर्ग नगर निगम हर माह कर्मचारियों का वेतन जारी करने में लेटलतीफी कर आर्थिक तंगी का रोना रोती है।उसके बावजूद निजी कंपनी से टैक्स वसूली करा करोडों की राशि फूंकना जबकि निगम के पास टैक्स वसूली के लिए पर्याप्त अमला मौजूद हैं बेहद ही संदेहास्पद है।दुर्ग नगर निगम भर्राशाही की पराकाष्ठा पार कर चुका है।इस दोहरे नुकसान की वजह से दुर्ग शहर में बहुत से विकास कार्य प्रभावित हुए हैं।


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