सकर्रा सरपंच व् जनपद सदस्य पर पदस्थ कर्मचारियों को दबाव बनाने का आरोप
नियम विरुद्ध कार्य करने सहमत नहीं होने के कारण उनके खिलाफ झूठा एवं फर्जी शिकायत करवाया जा रहा।
दूसरे के कंधे पर करवाया जा रहा शिकायत,सच्चाई जानने के बाद ले रहें शिकायत वापस
सकर्रा। मालखरौदा जनपद के ग्राम पंचायत सकर्रा का सरपंच श्रीमती पदमा बरेठ एवं जनपद सदस्य टिकेश्वर चंद्रा के द्वारा सचिव मनोज गबेल को हटाने का दबाव बनाएं जाने का आरोप लग रहा है। वही सकर्रा से सचिव को जाने को कहा जा चुका है। सरपंच पति एवं जनपद सदस्य टिकेश्वर चंद्रा द्वारा दबाव बनाकर नियम विरुद्ध कार्य करने एवं बिना प्रमाणित बिल वाउचर का प्रभार के पूर्व का फर्जी पुराने तारिख का बिना प्रमाणित बिल दिखाकर राशि आहरण करने का दबाव बनाया जा रहा है लेकिन सचिव द्वारा नियम विरुद्ध कार्य करने पर सहमत नहीं होने के कारण उनके खिलाफ झूठा एवं फर्जी शिकायत करवाया जा रहा है। जिस तरह के कारनामें का सरपंच एवं जनपद सदस्य पर आरोप लगा है। शिवसेना की विधानसभा चंद्रपुर के अध्यक्ष ने बताया कि टिकेश्वर चंद्रा के द्वारा सचिव् एवं पटवारी को सकर्रा से हटाने का शिकायत ज्ञापन देने को कहा गया। टिकेश्वर चंद्रा के कहने पर शिकायत ज्ञापन अनुविभागीय अधिकारी मालखरौदा मे दिया गया है। लेकिन अध्यक्ष के द्वारा सकर्रा में सचिव एवं पटवारी के बारे में जानकारी लिया गया तो टिकेश्वर चंद्रा के द्वारा सचिव एवं पटवारी के खिलाफ की गई शिकायत झूठा एवं फर्जी पाई गई। वही पता चला की टिकेश्वर चंद्रा एक ब्लैक मेलर है। सकर्रा में पदस्थ एक नही अनेको कर्मचारियों के खिलाफ पूर्व मे नियम विरुद्ध दबाव बनाकर परेशान कियें जाने का जानकारी भी पता चला जिसके कारण उक्त शिकायत ज्ञापन को वापस लिया जा रहा है।
पूर्व में भी कई कारनामें करने का उन पर आरोप
टिकेश्वर चंद्रा द्वारा जनपद स्तर 15 वित्त के 2 लाख राशि को बिना प्रमाणित दस्तावेज के टिकेश्वर चंद्रा के कोला में सरपंच के द्वारा बोर खनन करवाया गया है जिस कारनामे का उस पर आरोप लगा है वहीं उक्त शिकायत का जांच प्रतिदिन प्रस्तुत करने में जांच अधिकारी देवलाल बंजारे को जरुरत से ज्यादा दबाव बनाया जा रहा है। जिसके कारण जांचधिकारी देवलाल बंजारे आज तक जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत नहीं कर पाया इस विषय में आवेदन उमाशंकर साहू ने बताया कि 5 दिसंबर 2023 तक जांच प्रतिवेदन अधिकारी देवलाल बंजारे द्वारा रोक सकता है उसके बाद बिना कहे प्रतिवेदन प्रस्तुत करने की बात कहा गया है। वही उमाशंकर साहू ने बताया कि जनपद सदस्य टिकेश्वर चंद्रा के द्वारा एक सीधे-साधे अधिकारी तत्कालीन शाखा प्रबंधक ग्रामीण बैंक सकर्रा को भी बेवजह मारा जा चुका है। इसी तरह गांव के गरीब ग्रामीण बिंदा बाई सिदार के बेटे को भी मारा जा चुका है। वही पूर्व में चैन बाई मरकाम ग्राम सेवक के खिलाफ झूठा अफवाह फैलाकर उसका ट्रांसफर किया जा चुका है। वही बोर खनन मामले में जांच के दौरान उमाशंकर साहू एवं उनके कार्यकर्ता को गाली गलौज किया गया उस दौरान आवेदक उमाशंकर साहू एवं उनके कार्यकर्ताओं द्वारा टिकेश्वर चंद्रा सहित उनके परिवार के कुछ लोगों को दो चार हाथ देकर सबक सिखाया जा चुका है। उक्त मार खाने के संबंध में टिकेश्वर चंद्रा द्वारा ग्राम में उमाशंकर साहू सहित उनके कार्यकर्ताओं से हाथ जोड़कर माफी मांगा जा चुका है। टिकेश्वर चंद्रा द्वारा इसी तरह का सचिव एवं पटवारी के खिलाफ शिवसेना के माध्यम से झूठा एवं फर्जी शिकायत करवा कर ज्ञापन सौपवाना निंदनीय गांव में माना जा रहा है।
एससीएक्ट शिकायत के मामलें का मेन आरोपी
क्षेत्र के ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार मिनाक्षी चंद्रा जनपद सदस्य टिकेश्वर चंद्रा की पत्नी है और सकर्रा से 3 किलोमीटर की दूरी पर आडिल के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में कई वर्षों से जमी हुई है उन। पर आरोप लग रहे है की अपने पति के दम पर अपने समय में जाती है और अपने समय में आती है इसके लिए नियम कानून लागू नहीं है। और उनके पति के द्वारा सकर्रा में पदस्थ एक नहीं कई कर्मचारियों को जबरदस्ती परेशान कर ब्लैक मेलिंग किया जा चुका है। वही वर्तमान में सकर्रा स्कूल मे पदस्थ शिक्षकों को भी आए दिन परेशान किया जा चुका है। जिसके कारण उन लोगों ने अपना ट्रांसफर दूसरे जगह करवा लिया है। जिसके कारण आज सकर्रा स्कूल में शिक्षकों की कमी बरकरार है। सभी कारनामें को देख नाराज ग्रामीणों ने कहा की किसी कर्मचारी को हटाना है तो सबसे पहले मिनाक्षी चंद्रा को हटाने की जरूरत है। अगर इसको नही हटाने की स्थिति मे संबंधित अधिकारी को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
शिक्षिका सहित अन्य पर एससीएक्ट शिकायत के मामला दबाव के कारण लंबित
वही आरोप में बताया कि शिक्षिका द्वारा दिनांक 20 मार्च 2023 को ग्राम के तेजलाल सारथी को जातिगत मां बहन की गंदा गंदा गाली गलौज अपने परिवार वालों के साथ किया जा चुका है दिनांक 21 मार्च 2023 को तेजलाल सारथी द्वारा पुलिस अधीक्षक एवं एससीक्ट थाना शक्ति में लिखित शिकायत किया जा चुका है उक्त शिकायत दबाव के कारण लंबित पड़ा हुआ है जिसके कारण पीड़ित दलित परिवार को न्याय नहीं मिल पाया है। इसी तरह एक शिक्षिका को अपने पति के दम पर पीड़ित को जातिगत गाली गलौज किया जाना कानून अपराध है 5 दिसंबर 2023 के बाद ठंडा बस्ता के सभी फाइलें बाहर आने का अनुमान लगाया जा रहा है।