दल्ली राजहरा में चल रहे रेल्वे सफाई मित्र के समर्थन में आया श्रमिक संगठन
दल्ली राजहरा के रेलवे कॉलोनी एवं रेलवे स्टेशन के आसपास में 07-08 वर्षों से सफाई करने वाले 12 सफाई ठेका कर्मियों को नगर पालिका के द्वारा पिछले 06 माह से भी अधिक समय से काम पर नहीं लेने के विरोध में बैठे आमरण अनशन के समर्थन के लिए अब श्रमिक संगठन भी सामने आया है l आमरण अनशन के तीसरे दिन शाम 4:00 बजे दल्ली राजहरा के श्रमिक संगठन हिंदुस्तान स्टील इंप्लाइज यूनियन (सीटू ) छत्तीसगढ़ माइंस श्रमिक संघ (सीएमएसएस) खदान मजदूर संघ (एसकेएमएसएस ) के मुखिया एवं श्रमिक आंदोलन के समर्थन में उनसे मिलने के लिए आंदोलन स्थल पर आए जिनमें कामरेड पुरुषोत्तम सीमैया कामरेड प्रकाश क्षत्रिय कामरेड जनक लाल ठाकुर कामरेड अनिल यादव कामरेड रामचरण नेताम कामरेड विनोद मिश्रा कामरेड रामधीन राम सहित काफी संख्या में ठेका श्रमिक शामिल थे l
श्रमिक संगठन सीटू के सचिव कामरेड प्रकाश सिंह क्षत्रिय ने कहा कि रेलवे सफाई कर्मचारियों की मांग जायज है l क्योंकि इन्हें काम करते लंबे समय हो गए हैं l सरकार के द्वारा उनकी पीएफ भी काटा जा रहा है l रेलवे के द्वारा नगर पालिका के साथ की गई अनुबंध के तहत इन्हें काम में लिया जाना चाहिए l नगर पालिका के द्वारा इनको काम में नहीं लेना गलत है l आंदोलन के समर्थन में आए भूतपूर्व विधायक जनक लाल ठाकुर ने कहा कि मजदूरों को काम से बैठाना किसी भी कीमत पर जायज नहीं है l जब तक इन्हें काम पर वापस नहीं लिया जाता हम मजदूरों के साथ कंधे से कंधे मिलाकर उनके हक और अधिकार के लिए लड़ाई लड़ेंगे l मजदूर आंदोलन के समर्थन में श्रीमान अनुभागीय अधिकारी को समर्थन पत्र दिया गया l जिसमें कहा गया है कि विगत 6 माह पूर्व हुए अनुबंध के बावजूद सफाई मित्रों को काम पर नहीं लिया गया है l इन श्रमिकों का रोजी-रोटी इन्हीं ठेका कार्यों पर निर्भर था l ठेका कार्यों पर काम पर नहीं लिए जाने से इन श्रमिकों तथा उनके परिवार जनों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है l इन श्रमिकों के द्वारा विगत छह माह से विभिन्न फोरम में अपने जायज मांगों को रखा गया किंतु समस्याओं का निराकरण नहीं होने से 04 सितंबर 2023 से अमरन अनशन पर बैठना पड़ा तथा श्रमिक आंदोलन करने पर विवश हुए हैं l राजहरा के श्रमिक संगठन इन मजदूरों के आंदोलन का नैतिक समर्थन करता है l श्रमिक संगठनों का मानना है कि लंबे समय से स्थाई प्रकृति के काम में कार्यरत श्रमिकों के ठेका बदल जाने पर भी उन श्रमिकों को काम पर लिया जाना चाहिए l क्योंकि श्रमिक और उनके परिवार इसी काम पर आश्रित रहते हैं l इसलिए प्रशासन से अनुरोध किया गया है कि इनके समस्याओं का समाधान के लिए नगर पालिका और रेलवे प्रशासन को आदेशित करें कि आंदोलन कर रहे सफाई मित्रों को तुरंत काम पर बहाल किया जाये l