11 सूत्री मांग को लेकर हिंदुस्तान स्टील एंप्लाइज यूनियन का दल्ली राजहरा माइंस ऑफिस के सामने एकदिवसीय महाधरना
स्टील वर्कर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया सीटू के आह्वान पर हिंदुस्तान स्टील एम्पलाईज यूनियन सीटू दल्ली राजहरा के द्वारा सेल के नियमित एवं ठेका कर्मचारियों के वेतन समझौता बोनस पर प्रबंधन की नकारात्मक रवैया के खिलाफ एक दिवसीय महा धरना का आयोजन माइन्स ऑफिस के सामने किया गया l जिसमें संगठन की ओर से मांग की गई है कि
(1) उत्पादन उत्पादकता में हुई वृद्धि के अनुसार पिछले वर्ष दी गई 40500 रुपये से अधिक बोनस दिया जाए l
(2) वेतन समझौता के सभी बकाया मुद्दे तत्काल NJCS की मीटिंग बुलाकर हल किया जाए l
(3) ठेका श्रमिकों को कंपनी के उत्पादन व लाभ में योगदान के अनुसार वेतन वृद्धि लाभ सुनिश्चित किया जाए
( 4) कम एमजीबी की भरपाई के लिए दो अतिरिक्त इंक्रीमेंट दिया जाए
(5) 39 महीने के बेसिक डी ए के पूरे एरियर्स, पर्क्स का एरियर्स का तुरंत भुगतान किया जाए l
(6) HRA, नाइट शिफ्ट, DASA और अन्य सभी भत्ते को बढ़ाया जाए
(7) ग्रेच्युटी पर सीलिंग संबंधित प्रबंधन के एकतरफा आदेश वापस लिया जाए
(8) ठेका श्रमिकों का वेतन समझौता तत्काल किया जाए
(9) ठेका श्रमिकों का सामूहिक बीमा अति शीघ्र लागू किया जाए
(9) पदनाम में उचित परिवर्तन के साथ नई पदोन्नति नीति लागू किया जाए
(10) सभी इकाइयों में मेन पावर की कमी दूर करने के लिए तत्काल भर्ती प्रारंभ किया जाए तथा भर्ती पूर्व की तरह S-3 व S - 6 ग्रेड से किया जाए l ट्रेनिंग पीरियड का स्टाइपन्ड बढ़ाया जाए ।
11) आरआईएनएल में बिना किसी देरी के नया वेतन तत्काल लागू किया जाए l
आर आई एन एल के किसी भी इकाई का निजीकरण व विनिवेश नहीं किया जाए
यह मांगे हैं जिनको लेकर स्टील वर्कर्स फेडरेशन आफ इंडिया सीटू. के द्वारा पूरे सेल स्तर पर एक दिवसीय महा धरना का आयोजन 5 अक्टूबर 2013 को किया गया है l हिंदुस्तान स्टील इंप्लाइज यूनियन सीटू की ओर से कहा गया है कि कोरोना महामारी के दौरान अपने परिवार की जान जोखिम में डालकर अधिकारी कर्मचारी और ठेका श्रमिक सभी ने कंपनी की उत्पादन व लाभ को निरंतर बनाए रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है l परंतु यह पहली बार हो रहा है कि नियमित कर्मचारियों का वेतन समझौता होने 7 साल बीत जाने के बावजूद आधा अधूरा है l इस आधे अधूरे वेतन समझौता तथा कम लाभ के साथ किए गए एमओयू के कारण कर्मचारियों को काफी बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है l NJCS में सर्वसम्मति से निर्णय लिए जाने की परंपरा तोड़कर 21 अक्टूबर 2021 को तीन यूनियनों ( इंटक, एटक, एचएमएस ) के साथ बहुमत के आधार पर एमओयू किया गया l किंतु दो वर्ष हो जाने के बावजूद इसे समझौता (एमओए ) में नहीं बदला जा सका l ट्रेड यूनियन की एकता टूटने का लाभ उठाकर प्रबंधक ने कर्मचारियों की असीमित ग्रेच्युटी लाभ को एक तरफा मनमाने तरीके से 26 नवंबर 2021 को सर्कुलर निकालकर सीमित कर दिया l जिससे रिटायर हो रहे कर्मचारियों को जितना वेतन समझौता में लाभ नहीं हुआ उससे ज्यादा कई लाख रुपए का नुकसान हो रहा है l ठेका श्रमिकों के वेतन समझौता को सब कमेटी के खेल में फंसा कर रख दिया गया l जिससे ठेका श्रमिकों को अभी तक फूटी कौड़ी का लाभ नहीं मिला हैl पिछले वर्ष सेल कर्मचारियों को बिना फार्मूला के भी 40500 बोनस मिला था फरवरी 2023 में आगामी वर्षों के बोनस फार्मूला के लिए एनजेसीएस यूनियनों के साथ मीटिंग किया गया था l जिसमें एक बार फिर से बहुमत यूनियनों के साथ एक घटिया बोनस फार्मूला पर सहमति बना लिया गया l सीटू ने इस घटिया बोनस फार्मूले को नकारते हुए इस पर हस्ताक्षर नहीं किया l इस फार्मूला के अनुसार इस वर्ष का बोनस मात्र 28700 के आसपास ही बन पाएगा l सीटू यूनियन ने कर्मचारियों तथा अन्य यूनियनों से सवाल किया कि क्या इस बोनस को किसी भी हालत में स्वीकार किया जा सकता है l जबकि पिछले वर्ष से मेन पावर में कमी के बावजूद अधिक उत्पादन अधिक उत्पादकता अधिक कारोबार किया गया है l
सीटू ने कहा कि लगातार कर्मचारियों की जायज मुद्दे चाहे वह कम एमजीबी कम पर्क्स, 39 माह का एरियर्स, पर्क्स का एरियर्स, ग्रेच्युटी पर एकतरफ़ा सीलिंग, ठेका श्रमिकों का NJCS में वेतन वृद्धि, गलत तरीके का बोनस फार्मूला आदि का विरोध किया है l उन्होंने कहा कि आप कोई भी श्रमिक संगठन से जुड़े हो आप यदि बीएसपी के अंदर नियमित एवं ठेका श्रमिक हो तो अपने हक एवं अधिकार के रक्षा तथा जायज मांगों के लिए जबरदस्त एकता के साथ प्रबंधन की फूट डालो और राज करो की नीति के खिलाफ एकताबद्ध होकर अपने हक के लिए आवाज बुलंद करें l इस धरना प्रदर्शन में हिंदुस्तान स्टील इंप्लाइज यूनियन सीटू दल्ली राजहरा के अध्यक्ष कामरेड पुरुषोत्तम सीमैया सचिव कामरेड प्रकाश सिंह क्षत्रिय कामरेड सुजीत मुखर्जी कामरेड रामाधीन कामरेड मुकेश मानस कामरेड सुजीत मंडल नेमा बाई और संगठन के अन्य सैकड़ों सदस्य उपस्थित थे। धरना प्रदर्शन के दौरान सेल चेयरमैन नई दिल्ली तथा डायरेक्टर इंचार्ज, भिलाई इस्पात संयंत्र को मुख्य महाप्रबंधक खदान के माध्यम से ज्ञापन सौंपा गया।