डॉ. विनय कुमार पाठक, थावे विद्यापीठ, पटना, बिहार के कुलपति बनाये गए

डॉ. विनय कुमार पाठक, थावे विद्यापीठ, पटना, बिहार के कुलपति बनाये गए

डॉ. विनय कुमार पाठक, थावे विद्यापीठ, पटना, बिहार के कुलपति बनाये गए

डॉ. विनय कुमार पाठक, थावे विद्यापीठ, पटना, बिहार के कुलपति बनाये गए

थावे विद्यापीठ हिन्दी और क्षेत्रीय भाषाओं के विकास के लिए कृत-संकल्पित है - डॉ. विनय कुमार पाठक


 थावे विद्यापीठ गोपालगंज का दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन वाराणसी के जीवनदीप महाविद्यालय के सभागार में संपन्न हुआ। दीक्षांत समारोह के पूर्व डॉ. जे बी पांण्डेय ने हिंदी के मूर्धन्य विद्वान डॉ. विनय कुमार पाठक का नाम कुलपति के रूप में प्रस्तावित किया जिसका अनुमोदन कुलसचिव डॉ.पी एस दयाल यति तथा समस्त उपस्थित सदस्यों ने करतल ध्वनि के साथ किया। कुलपति का पद स्वीकार करते हुए डॉ. विनय कुमार पाठक ने कहा कि थावे विद्यापीठ गोपालगंज के चतुर्दिक विकास के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। 

कुलपति डॉ.विनय कुमार पाठक और प्रतिकुलपति डॉ.जे बी पाण्डेय के करकमलों से विदुषियों और विद्वानों को उपाधियां दी गई। अलंकरण समारोह की अध्यक्षता कर रहे सुप्रसिद्ध भाषा वैज्ञानिक एवं पूर्व अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग डॉ.विनय कुमार पाठक ने कहा कि थावे विद्यापीठ हिन्दी और क्षेत्रीय भाषाओं के विकास के लिए कृत-संकल्पित है। हिन्दी हमारी राजभाषा है और इसे राष्ट्रभाषा के रूप में मान्यता मिलनी चाहिए। उल्लेखनीय है कि डॉ.विनय कुमार पाठक छत्तीसगढ़ के विद्वान साहित्यकार हैं वे विमर्श के विद्वान साहित्यकार के रूप में विख्यात है, देश विदेश में हिन्दी भाषा विज्ञान के ये महान् विद्वान साहित्यकार की बड़ी ख्याति है। 

बिहार के विख्यात विश्वविद्यालय में कुलपति के रूप में डॉ.विनय कुमार पाठक जी के मनोनयन से बालोद जिले के अशोक आकाश, मोहन प्रसाद चतुर्वेदी, सीताराम साहू,गजपति राम साहू, जयकांत पटेल, देव जोशी गुलाब, भरत बुलंदी, कन्हैया लाल बारले, देवनारा़ण नगरिहा, लव कुमार सिंह, हर्षा देवांगन, गायत्री साहू, बुटूराम पूर्णे, पुष्कर सिंह राज, एस. एल. गंधर्व, दानेश्वर सिन्हा साहित्यकारों ने खुशी व्यक्त की है।

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