पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने "दुर्ग" का नाम बदल कर "धूलगढ़" रखने का दिया प्रस्ताव
दुर्ग नगर निगम के पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने दुर्ग जिला कलेक्टर को दुर्ग शहर का नाम बदल कर "धूलगढ" रखने का प्रस्ताव दिया है,पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने कहा कि किसी भी शहर को वहां की खासियत के लिए पहचाना जाता है।दुर्ग शहर में अब उड़ते धूल के गुबार के अलावा कुछ भी नहीं है। पूर्व एल्डरमैन ने व्यंगात्मक रूप से कहा की दुर्ग के धूल की महक विश्व पटल पर फैल सके इसलिए दुर्ग का नाम बदल कर धूलगढ़ किया जाना चाहिए।सर्दी शुरू होने के साथ ही वायु प्रदूषण बढ़ गया है।वायु प्रदूषण में सबसे अधिक धूल के कण शामिल हैं।शहर में उड़ रही धूल से जिला प्रशासन के अफसरों को भी कोई मतलब नहीं है।अफसर खुद बंद गाड़ी में निकलते हैं और कार्यालय में पहुंचते ही केबिन में बंद हो जाते हैं।प्रशासन को आम शहरियों के दर्द से कोई लेना-देना नहीं है।अलबत्ता,सरकारी कार्यालयों के कर्मचारी और आम जनता जरुर धूल फांक रहे हैं।शहर में उड़ रही धूल स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है।इससे फेफड़े के संक्रमण के साथ नेत्र और चर्म रोग की दिक्कत आ रही है।बच्चों, बुजुर्गों के साथ अस्थमा के मरीजों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है।बढ़ते प्रदूषण से लोगों की आंखों के साथ सेहत पर भी असर पड़ रहा है,दुर्ग में धूल का प्रदूषण लोगों की सेहत बिगाडऩे के स्तर पर है। इस समस्या के निराकरण के लिए कई बार आग्रह करने के बावजूद जिला प्रशासन के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं।