‘‘शासकीय महाविद्यालय, गुण्डरदेही म छत्तीसगढ़ी राजभाखा पर गोठबात के आयोजन ’’

‘‘शासकीय महाविद्यालय, गुण्डरदेही म छत्तीसगढ़ी राजभाखा पर गोठबात के आयोजन ’’

‘‘शासकीय महाविद्यालय, गुण्डरदेही म छत्तीसगढ़ी राजभाखा पर गोठबात के आयोजन ’’

‘‘शासकीय महाविद्यालय, गुण्डरदेही म छत्तीसगढ़ी राजभाखा पर गोठबात के आयोजन ’’


शासकीय शहीद कौशल यादव महाविद्यालय, गुण्डरदेही म छत्तीसगढ़ी राजभाखा दिवस के बछर म हमर छत्तीसगढ़ संस्कृति के ऊपर गोठबात राखे गे रिहिस, जेन अवसर म पहुना वक्ता के रूप म सेवानिवृत्त प्राचार्य डॉ.के.एस. शार्वां आए रहिस। महाविद्यालय के लइकामन अपन गोठ रखिन, जेमे दामिनी, B.Sc.-II ह छत्तीसगढ़ी संस्कृति के विविधता अऊ सरलता ल - ‘‘कला जिहाँ के भरमार हे ............ सरलता उहाँ के सार हे’’ के माध्यम से बताइस। B.Sc.-III के छात्र झमेन्द्र ह छत्तीसगढ़ी कविता हमर सुघ्घर छत्तीसगढ़ के वाचन करिस। खिलेश M.A.-III Sem. Political Science ह ‘‘नंदा जाहि का रे.......नंदा जाहि का रे’’ गीत के माध्यम ले छत्तीसगढ़ के सांस्कृतिक विरासत के झलक प्रस्तुत करिस। 

साथ ही राजनीति विज्ञान के छात्र संदीप अऊ पवन हा घलो अपन विचार ला कार्यक्रम मा रखिस। पहुना वक्ता डॉ. शार्वां छत्तीसगढ़ी राजभाखा बनाये के उद्देश्य ले छात्र मन ला परिचित कराइस साथ मे छत्तीसगढ़ी राजभाखा आयोग द्वारा संचालित ‘‘बिजहा अऊ माई कोठी योजना’’ ले अवगत कराइस अऊ छत्तीसगढ़ी भाखा के व्याकरण ला लिखे अऊ पढ़े बर प्रेरित करिस।

छत्तीसगढ़ी ला बढ़ावा दे खातिर कार्यक्रम के आयोजन अऊ सब्बो कामकाज छत्तीसगढ़ी में किये गे रहिस जेखर संचालन वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक डॉ.के.डी.चावले द्वारा करे गिस। कार्यक्रम के आखिर मा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.डी.आर.मेश्राम हा आभार प्रदर्शन करिस। सबो प्राध्यापकगण मन हा कार्यक्रम मा उपस्थित रहिस।

Ads Atas Artikel

Ads Atas Artikel 1

Ads Center 2

Ads Center 3