मुफ्तखोरी महिला सरपंच पदमा बरेठ का प्लानिंग हुआ फेल

मुफ्तखोरी महिला सरपंच पदमा बरेठ का प्लानिंग हुआ फेल

मुफ्तखोरी महिला सरपंच पदमा बरेठ का प्लानिंग हुआ फेल

मुफ्तखोरी महिला सरपंच पदमा बरेठ का प्लानिंग हुआ फेल

सचिव को उच्चतम न्यायलय बिलासपुर से जिला सीईओ को मनोज गबेल के रिपिटेंसन आदेश जारी करने हेतु हुआ आदेश


सकर्रा|मालखरौदा: ग्राम पंचायत सकर्रा के भ्रष्टाचारी एवं स्टाम्प पेड़ महिला सरपंच पदमा बरेठ को मुफ्त में विकास के नाम पर कागजों में पैसे खाने की आदत लगभग 4 वर्षों से पड़ चुका है। इस स्थिति में इस आदतों को छूटना बड़ा मुश्किल होता है। जहां मुफ्तखोरी सरपंच के कुकर्मी का खामियाजा तत्कालीन सचिव को भरपाई करना पड़ रहा है। ऐसी भरपाई करने के लिए मुफ्तखोरी महिला सरपंच पदमा बरेठ नियम विरुद्ध बिना प्रमाणित बिल वाउचर का सचिव मनोज गबेल को दबाव बनाकर अपने निजी स्वार्थ सिद्ध करने के उद्देश्य से आनन फानन में तत्कालीन सचिव के कार्यकाल की राशि आहरण करने के लिए कुछ भी करने एवं कांग्रेस के छुट भैय्या नेताओं से दबाव बनाकर सहारा लेने एवं जाल फेकने में कोई कसर नही छोड़ रही है। आवेदक भाजपा जिला मंत्री उमाशंकर साहू ने मामलें में बताया की मुफ्तखोरी सरपंच के झांसा में नहीं आने और नियम का पालन करने पर मनोज गबेल का चोरी छिपे बैक डेट पर अपनी तिकड़मी चाल चलते हुए ट्रांसफर करा दिया गया उक्त ट्रांसफर आदेश के खिलाफ सचिव मनोज गबेल द्वारा माननीय उच्च न्यायालय बिलासपुर में अपील किया गया जिसका अपील स्वीकार कर रिपीटेंसन आदेश पारित करने हेतु जिला पंचायत सीईओ को आदेश पारित करने हेतु माननीय उच्च न्यायालय बिलासपुर ने आदेश पारित किया है। वही बताया की एक ओर मुफ्तखोरी सरपंच पदमा बरेठ जहां जांच के डर से किसी कोने में छुपी रहती है। भ्रष्टाचार के कारण मुफ्त खोरी की आदत पड़ जाने के कारण जांच में पहुंचने की हिम्मत नहीं करती वहीं शिकायत के मामलें की जांच में अनुपस्थित रहती है। उनके झांसा एवं जाल में नहीं फंसने के कारण शासन के नियम का पालन करते हुए अच्छा कार्य करने वाला सचिव मनोज गबेल को उनके आकाओं से आए दिन फोन करवा कर सकर्रा से ट्रांसफर करा दिया गया । उक्त ट्रांसफर आदेश को हाईकोर्ट ने निरस्त कर दिया। वही बताया की इसी तरह मुक्तखोरी महिला सरपंच तत्कालीन सचिव जैसा संबंधित इंजीनियर एवं एसडीओ को भी अपने मुफ्त खोरी के जाल में फंसा कर पूर्व में झिलमिलिया तालाब में बना हुआ पचरी निर्माण एवं टिकेश्वर चंद्रा के घर के पीछे कोला में बोर खनन पानी टंकी एवं पंप स्थापना, इसी तरह चंदैनी तालाब से कैलाश खेत की ओर सीसी रोड निर्माण को मूल्यांकन सत्यापन कराया दिया गया है। उन्होंने बताया की कांग्रेस के सत्ता पक्ष नेता के शासनकाल में सभी शिकायत दबा हुआ था अब भाजपा शासन कार्यकाल में बहुत जल्दी सभी का पर्दाफाश कराया जाएगा। वही बताय की मुफ्तखोरी सरपंच को एवं उनके आकाओं को अच्छे तरह से पता था की मनोज गबेल सचिव हाईकोर्ट से स्थगन आदेश लाने वाले हैं जिसके डर से रोज-रोज सचिव कुमार मल्होत्रा के घर के सुबह शाम आगे पीछे मंडरा रहे हैं। एवं जनपद सीईओ रूपेंद्र पटेल से दबाव बनाकर दोनों सचिव को परेशान कराया जा रहा है।

भाजपा जिला मंत्री उमाशंकर साहू ने मुफ्तखोरी सरपंच को दिया चेतावनी

भाजपा जिलामंत्री उमाशंकर साहू ने सरपंच को चेतावनी देते हुए कहा है कि अपनी आदत को सुधार ले। अब कांग्रेस की भ्रष्टाचार सरकार बदल गई है अब अपनी आदत मुफ्तखोरी से बदल ले। कहा की नियम विरुद्ध कार्य करने का दबाव बंद करें इसी तरह मुफ्तखोरी की आदत चलता रहेगा तो गांव में विकास की जगह विनाश होता रहेगा जो 4 सालों से होते आ रहा है और जो मुफ्तखोरी के तहत बिना निर्माण कार्य के अपने मुफ्तखोरी पार्टनर फर्जी मटेरियल सप्लायर गौरी शंकर साहू से मिलीभगत कर आज से एक डेढ़ वर्ष पूर्व फर्जी तरीके से राशि आहरण किया गया है उसे पंचायत के खाता में जमा करें नहीं तो जिस कुर्सी में बैठी है इस कुर्सी से घर वापसी बहुत ज्यादा हो जाएगा। वही कहा की कुर्सी जाने के बाद कोई भी काम नहीं आने वाला इस तरह कहते हुए भ्रष्टाचार से बचते हुए सुधर जाने की चेतावनी दी है।

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