डॉ. प्रतीक उमरे के आग्रह अनुरुप मुख्य्मंत्री ने 22 जनवरी को शासकीय संस्थानों में अवकाश घोषित किया

डॉ. प्रतीक उमरे के आग्रह अनुरुप मुख्य्मंत्री ने 22 जनवरी को शासकीय संस्थानों में अवकाश घोषित किया

डॉ. प्रतीक उमरे के आग्रह अनुरुप मुख्य्मंत्री ने 22 जनवरी को शासकीय संस्थानों में अवकाश घोषित किया

डॉ. प्रतीक उमरे के आग्रह अनुरुप मुख्य्मंत्री ने 22 जनवरी को शासकीय संस्थानों में अवकाश घोषित किया


दुर्ग नगर निगम के पूर्व एल्डरमैन भाजपा नेता डॉ. प्रतीक उमरे ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को पत्र प्रेषित कर 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा पर प्रदेश में सार्वजनिक अवकाश घोषित करने का आग्रह किया था। जिसपर संज्ञान लेते हुए मुख्य्मंत्री विष्णुदेव साय ने प्रदेश के शासकीय संस्थानों मे 22 जनवरी को शासकीय अवकाश की घोषणा किया है।पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने उन्हें बताया था की सालों के थकाने वाले संघर्ष और अनगिनत बलिदानों के बाद भगवान के मूल स्थान पर भव्य राम मंदिर का उद्घाटन हो रहा है।यह अब तक के इतिहास का सबसे बड़ा समारोह है।इसलिए प्रदेश सरकार को इस दिन अवकाश घोषित करना चाहिए ताकी पूरे प्रदेशवासी इस उत्सव को हर्षोल्लास के साथ मना सकें क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने खुद इस दिन देशवासियों से दीपावली मनाने की अपील किया है।छुट्टी होने से यह सुनिश्चित होगा कि हर कोई कार्यक्रम देख सकेगा।जो लोग प्रत्यक्ष रूप से अयोध्या नहीं जा पा रहे हैं उनके लिए भी स्थानीय स्तर पर विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।इन कार्यक्रमों मे शामिल होने लोगों को मौका मिलना चाहिए।जिसके लिए सार्वजनिक अवकाश होना जरूरी है।हिंदू धर्म के लिए अयोध्या में रामलला की मंदिर में होने वाली स्थापना एक अलौकिक और आस्था से जुड़ा हुआ मुद्दा है।हर कोई चाहता है कि अलौकिक अवसर के गवाह बने और अपने को धन्य मान सकें।अवकाश होने से भव्य उत्सव में लाखों लोग, शिक्षक, विद्यार्थी, कर्मचारी, अभिभावक साक्षी बन सकेंगे।अवकाश नहीं होने से लोग इस उत्सव के आनंद से वंचित हो सकते हैं। इसलिए डॉ. प्रतीक उमरे ने प्रदेश में सार्वजनिक अवकाश घोषित करने का आग्रह मुख्यमंत्री से किया था।


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