14 फरवरी को वेलेंटाइन की बजाय बच्चों ने मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाकर किया माता-पिता व गुरुजनों का पूजन...

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14 फरवरी को वेलेंटाइन की बजाय बच्चों ने मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाकर किया माता-पिता व गुरुजनों का पूजन...

14 फरवरी को वेलेंटाइन की बजाय बच्चों ने मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाकर किया माता-पिता व गुरुजनों का पूजन...


योग वेदांत सेवा समिति, युवा सेवा संघ, बाल संस्कार केंद्र, महिला मंडल द्वारा श्री राम मंदिर प्रांगण बेमेतरा में हुआ मातृ-पितृ पूजन दिवस का आयोजन। विश्व के 167 देश में मनाए जाने वाले मातृ-पितृ पूजन दिवस की धूम जिले सहित पूरे देश में रही है। सोनू साहू अध्यक्ष युवा सेवा संघ बेमेतरा ने बताया। संत श्री आशारामजी बापू ने 14 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाने का शंखनाद सन् 2006 में किया था। तब से यह पर्व मनाया जाने लगा इस महापर्व के द्वारा भावी पीढ़ी एवं पारिवारिक व्यवस्था की सुरक्षा हुई बल्कि इनमें उच्चातिउच्च चारित्रिक मूल्यों , पवित्र सुसंस्कारों का सिंचन भी हुआ। 

पूज्य बापूजी कहते है की विश्व के सभी लोग सुखी रहे, ईसाई भी सुखी रहे, मुसलमान भी सुखी रहे, पारसी भी सुखी रहे, यहूदी भी सुखी रहे, प्राणीमात्र सुखी रहे, मेरी तो इच्छा है सबका मंगल सबका भला। इस अवसर पर बच्चों ने माता-पिता का वैदिक मंत्रों के साथ पूजन किया पूजन करते बच्चों और माता-पिता की आंखें भर आई। मातृ-पितृ पूजन के सामूहिक दृश्य से सभी उपस्थित जन आनंदित नजर आए।

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