नवसृजन मंच की अभिनव पहल - परीक्षा का डर छू मंतर; विद्यार्थियों के मन से परिक्षा का डर हटाने नवसृजन मंच का कार्यक्रम
विद्यार्थियों के मन से परीक्षा का डर हटाने आसान और सरल तरीके से बगैर मानसिक दबाव के परीक्षा में प्रश्न पत्र कैसे हल किया जाय इसके लिए संस्था नव सृजन मंच द्वारा स्कूली विद्यार्थियों के बीच अभियान की शुरुआत की गांधी चौक स्थित हरिनाथ अकेडमी हॉयर सेकंडरी स्कूल में सामाजिक सांस्कृतिक संस्था नवसृजन मंच और महंत लक्ष्मी नारायण दास महाविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित विद्यालय के विद्यार्थियों के लिए "परीक्षा का डर छूमंतर" विषय में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में नवसृजन मंच के अध्यक्ष अमरजीत सिंह छाबड़ा जी ने स्वामी विवेकानंद और हरिनाथ अकादमी के बीच संबंध बच्चों से साझा किया। साथ में संस्था के द्वारा किया जाने वाला सामाजिक कार्य और राष्ट्र निर्माण में युवा के योगदान को विस्तृत पूर्वक समझाया। परीक्षा का डर कैसे दूर हो इस विषय पर वक्ता के रूप में शकांतिलाल जैन ने बच्चों को विस्तार से पाठ्यक्रम का सरलतम से कठिन की ओर अध्ययन कैसे करें, कलर थेरेपी के द्वारा याददाश्त कैसे बढ़ाए, दिनचर्या को व्यवस्थित रखकर खान-पान का संयम, और मोबाइल की फास्टिंग जैसे मुद्दों पर विचार रखकर परीक्षा के डर को सहजता से दूर होने का उपाय बताया।
मुख्य वक्ता के रूप में प्रोफेसर देवाशीष मुखर्जी ने जीवन के इस अवस्था का महत्व बताते हुए जीवन भर की सफलता हेतु मेहनत का परिणाम क्या होता है? उसे बड़े ही सरलतम उदाहरण द्वारा समझाया। अपने आगामी 7 वर्षों के परिश्रम को कैसे भविष्य के श्रेष्ठ व्यक्तित्व की प्राप्ति की जा सकती है इसे विस्तार से बच्चों को अपने संस्मरण द्वारा साझा किया। इसके अलावा निर्धारित समय में सुनियोजित सतत अध्ययन से पाठ्यक्रमों को पूर्ण करने के पश्चात अधिक से अधिक रिवीजन करने से निर्मित आत्मविश्वास अपने आप परीक्षा के डर को आसानी से दूर कर देती है। कार्यशाला में हरिनाथ अकादमी के प्राचार्य डॉ कर्मकार, लोकेश साहू, दिलेश्वर एवं संस्था के शिक्षक गण उपस्थित रहे कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन संस्था के प्राचार्य डॉ कर्मकार ने किया।