तिल्दा नेवरा। तिल्दा के ग्राम मुरा पहुंचे शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती
बोले-"सनातन सिद्धांत सर्वोच्च है..मोहम्मद साहब, ईसा मसीह के पूर्वज सनातनी ही थे..समाज को सुंदर बनाने सभी को समय देना होगा, केवल कमाएं नहीं, मंदिर जाएं, संस्कार दें"
देश में हिन्दू राष्ट्र के प्रणेता पुरी गोवर्धन मठ पीठाधीश्वर शंकराचार्य श्री निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज बुधवार को छत्तीसगढ़ के प्रखर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पं. लखनलाल मिश्र के ग्राम मुरा पहुंचे। इस दौरान तीन दिवसीय संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया है। ये पहली बार है, जब ग्रामीण क्षेत्र में सनातन का दीप प्रज्वलित करने गोवर्धन मठ पीठाधीश्वर शंकराचार्य श्री निश्चलानंद सरस्वती का इतने वृहद स्तर पर आयोजन हो रहा है।
स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी पंडित लखन लाल मिश्रा की पुण्य भूमि ग्राम मुरा में राष्ट्रोत्कर्ष अभियान के प्रदेश संयोजक के रूप में पूर्व आईएएस गणेश शंकर मिश्रा को दायित्व मिलने के बाद ग्रामीण क्षेत्र में हिंदू राष्ट्र की संकल्पना के निहितार्थ ये आयोजन हो रहा है।
इस दौरान निश्चलानंद शंकराचार्य सरस्वती के आगमन के पहले दिन गांव में बड़ी संख्या में महिलाओं और बच्चियों ने कलश यात्रा निकाली।
पुरी गोवर्धन मठ पीठाधीश्वर शंकराचार्य श्री निश्चलानंद सरस्वती ने ग्रामीण क्षेत्र में सनातन के प्रति जागरुकता हेतु इस आयोजन का आदेश दिया था, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में सनातन का धर्म प्रचार अच्छे से हो सके और ग्रामीण अंचल की कुरीतियों को समाप्त करते हुए जन जागरण किया जा सके।
श्री शंकराचार्य के आगमन पर ग्राम मुरा के साथ अनेक गांवों से आए ग्रामीणों में खासा उत्साह देखा गया। साथ ही प्रथम दिवस दर्शन व संगोष्ठी कार्यक्रम में बड़ी संख्या में आए ग्रामीणों ने अपने मन के प्रश्न भी शंकराचार्य जी से किए, जिसका उत्तर उन्हें इस दौरान मिला। तीन दिवसीय इस आयोजन में दर्शन, संगोष्ठी व दीक्षा का कार्यक्रम होगा। इस आयोजन में आयोजक परिवार के मुखिया गणेश शंकर मिश्रा के साथ परिवार के सदस्य और ग्रामीणजन वृहद संख्या में उपस्थित रहे।