दल्ली राजहरा के बेरोजगारों के द्वारा कलवर नागुर, दुलकी एवं महामाया माइंस के ठेका कार्यों में रोजगार देने में उपेक्षा के खिलाफ की आन्दोलन आज चौथे दिन भी जारी
दल्ली राजहरा के बेरोजगारों के द्वारा संयुक्त यूनियन जिसमें छत्तीसगढ़ माइंस श्रमिक संघ (सीएमएसएस) हिंदुस्तान स्टील एम्प्लाईज यूनियन ( सीटू ) और संयुक्त खदान मजदूर संघ ( एटक ) के बैनर तले आज चौथे दिन दल्ली राजहरा से महामाया माइंस जाने वाली रोड पर चोरहा पड़ाव के आगे रेल्वे ओवर ब्रिज के पास अनिश्चित कालीन शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन किया गया l
धरना स्थल पर प्रदर्शन कर रहे बेरोजगारों का कहना है कि दल्ली राजहरा माइंस के अंतर्गत आने वाले कलवर नागुर दुलकी एवं महामाया माइंस में ठेका कार्यों में दल्ली राजहरा के हम बेरोजगारों को काम दिया जाए l विगत कुछ वर्षों से स्थानीय बेरोजगारों को काम में लेने में भारी उपेक्षा की जा रही है जिसके कारण दल्ली राजहरा में निवास करने वाले बेरोजगारों की भविष्य अधर में है l जबकि दल्ली राजहरा माइंस के अंतर्गत आसपास के ग्रामीण भी रोजगार के लिए दल्ली राजहरा के खदानों में काम करते हैं l जिसके लिए दल्ली राजहरा के निवासियों के द्वारा आपत्ति नहीं की जाती और भाईचारे की भावना के तहत उनका भी सहयोग किया जाता है l
दल्ली राजहरा के आसपास इन खदानों से निकलने वाले कच्चा आयरन ओर दल्ली राजहरा के बंकर एवं प्लांट में आकर खपत होगी तथा दल्ली राजहरा के माध्यम से ही इनको उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाया जाएगा l तो दल्ली राजहरा के निवासियों और बेरोजगार को अनदेखी करना बिल्कुल गलत है l इसलिए आनुपातिक रूप से दल्ली राजहरा के बेरोजगारों को भी काम दिया जाए l
कलवर नागुर, दुलकी माईस एवं महामाया माइंस के कार्यों में दल्ली राजहरा के बेरोजगारों को समानुपातिक रूप से रोजगार दिए जाने की मांग को लेकर अनुविभागीय कार्यालय राजहरा को पत्र दिया गया था। इस दौरान अनुविभागीय अधिकारी के साथ कई दौर की बैठक एवं चर्चा किया गया किन्तु मामले का सार्थक निराकरण आज तक नहीं हो पाया है। पिछली बैठक दिनांक 08.02.2024 एवं 15.02.2024 को की गई थी, जिसमें एक सप्ताह के अन्दर किस अनुपात में रोजगार दिया जायेगा इसे बी.एस.पी. प्रबंधन द्वारा ठेकेदार से चर्चा उपरान्त तय करना सुनिश्चित हुआ था। किन्तु एक सप्ताह से अधिक समय हो जाने के बाद भी संख्या/अनुपात तय करने में बी. एस. पी. प्रबंधन / ठेकेदार विफल रहा है।
अतः प्रबंधन एवं ठेकेदार की ढुलमुल रवैया के कारण दिनांक 29.02.2024 से चोरहा-पड़ाव चौक से, महामाया माइंस रोड में अनिश्चित कालीन धरना-प्रदर्शन प्रारंभ किया गया है l उसी दिन शाम को तहसीलदार महोदय की अध्यक्षता में द्वारा बीएसपी प्रबंधन, ठेकेदार प्रतिनिधि, तथा आंदोलनरत नेताओं के बीच बैठक किया गया। बैठक में नगर निरिक्षक भी मौजूद थे। सभी पक्ष ने सैद्धांतिक रूप से यह स्वीकार किया कि दल्ली राजहरा के बेरोजगार को भी आनुपातिक रूप से काम में लिया जाना चाहिए। किन्तु मुख्य ठेकेदार की अनुपस्थिति के कारण संख्या/अनुपात तय करने में ठोस निर्णय नहीं लिया जा सका। प्रबंधन/प्रशासन ने यह आश्वासन दिया है कि जल्द ही मुख्य ठेकेदार को बैठक में शामिल करवा कर मामले का निराकरण कर लिया जायेगा।
कल सोमवार है , हो सकता है प्रबंधन ठेकेदार प्रशासनिक अधिकारियों और श्रमिक संगठनों का बैठक बुलाकर सभी के बीच एक ठोस विकल्प निकाले l यदि ठोस पहल नहीं होता है तो बेरोजगार श्रमिकों की ओर से इस आंदोलन को उग्र रूप में परिवर्तन करने के लिए चेतावनी दी गई है l आंदोलन कभी भी उग्र रूप ले सकता है, इसकी पूरी जवाबदारी शासन-प्रशासन, बी.एस.पी. प्रबंधन, एवं ठेकेदार की होगी । स्थानीय बेरोजगार योगेश यादव और संजीव कुमार ने कहा कि हमारी मांगे जायज है और हम अपनी मांगे जब तक पूरा नहीं होगा तब तक इस धरना स्थल पर सभी बेरोजगार साथी के साथ उपस्थित रहेंगे तथा दल्ली राजहरा के उन सभी बेरोजगार साथियों से निवेदन करते हैं कि आप सभी साथी हमारे इस आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और हमारे आंदोलन को अपना समर्थन दे l
स्थानी बेरोजगारों का समर्थन देने छत्तीसगढ़ में श्रमिक संघ से सोमनाथ उइके इंद्रपाल सिंह कृष्ण यादव नममु यादव एवं संयुक्त खदान मजदूर संघ से अनिल यादव, हिंदुस्तान स्टील एम्प्लाईज यूनियन से विनोद मिश्रा तथा अन्य बहुत से नियमित एवं ठेका श्रमिक पहुंच रहे हैं l