राजहरा नगर प्रशासन विभाग राजहरा खदान समूह ने खोला अपना रोजगार कार्यालय जिसमें अपने चहेतों का लिया जा रहा इंटरव्यू और हो रहा भर्ती का खेल, भारतीय मजदूर संघ ने की जांच की मांग
खदान मजदूर संघ भिलाई संबद्ध भारतीय मजदूर संघ के अध्यक्ष मुश्ताक अहमद ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि नगर प्रशासन विभाग टाउनशिप राजहरा में जिम्मेदार अधिकारी खुलेआम कंपनी द्वारा बनाए गए नियमों की धज्जियां उड़ाते नजर आ रहे हैं जिसका ताजा उदाहरण टाउनशिप में पानी खोलने के ठेके का जिसमें ठेकेदार को ठेके के नियमों के अनुसार चार नये ठेका श्रमिकों की भर्ती करनी है लेकिन नगर प्रशासन अधिकारी द्वारा ठेकेदार को छोड़कर स्वयं भर्ती का जिम्मा ले लिये है और सबसे बड़ी बात यह है कि नगर प्रशासन अधिकारी द्वारा ईसके लिए बकायदा अपने चहेतों का इंटरव्यू लिया जा रहा है जोकि सिर्फ दिखावें के लिए किया जा रहा है क्योंकि इसमें नगर के बेरोजगारों को छोड़कर सिर्फ अपने चहेतों का इंटरव्यू लिया जा रहा है और अपने चहेतों की भर्ती कराने के लिए सारा खेल खेला जा रहा है जबकि ठेका शर्तों में कहीं ईस बात का उल्लेख नहीं है कि श्रमिकों की भर्ती नगर प्रशासन टाउनशिप द्वारा इंटरव्यू लेकर किया जावेगा नगर प्रशासन के अधिकारी द्वारा इंटरव्यू लेना बहुत सी बातें स्पष्ट करता है जिसकी जांच होनी जरूरी है कि जब बीएसपी प्रबंधन ने ठेका निकाल दिया है तो उसमें कौन काम करेगा इसमें नगर प्रशासन टाउनशिप विशेष रूचि क्यों ले रहे क्या उन्हें ऐसा करने के लिए मुख्य महाप्रबंधक खदान या कार्मिक विभाग के अधिकारियो ने निर्देशित किया है या फिर स्वयं ईनके द्वारा भर्ती के खेल को इंटरव्यू का नाम दिया जा रहा है। जो कार्य नगर प्रशासन टाउनशिप राजहरा खदान समूह को करने चाहिए ये उन कार्य में बिल्कुल भी रूचि नहीं लेते है आज पूरा टाउनशिप कचरे से भरा पड़ा है मगर ईनको तो इंटरव्यू लेकर अपने लोगों को भर्ती कराना है सबसे बड़ी बात इंटरव्यू लेना भी होता तो ठेकेदार लेता नगर प्रशासन अधिकारी किस हैसियत से श्रमिकों का इंटरव्यू ले रहे हैं समझ से परे है अब यह भी जांच का विषय है कि नगर प्रशासन टाउनशिप बीएसपी प्रबंधन के लिए कार्य कर रहे हैं या ठेकेदार के लिए क्योंकि इंटरव्यू अगर लेना हो तो ठेकेदार लेगा । नगर प्रशासन अधिकारी टाउनशिप द्वारा टाउनशिप में रह रहे बीएसपी कर्मचारियों की समस्याओं से कोई लेना देना नहीं है इसके बहुत से उदाहरण है टाउनशिप की नालियों की साफ-सफाई लंबे समय से हुआ नहीं है टाउनशिप में खुलेआम अवैध अतिक्रमण हो रहा है मगर ईनके द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जाती है लोग नालियों में दो मंजिला मकान बना रहे हैं और नगर प्रशासन अधिकारी उसमें मौन सहमति प्रदान करते हुए और अपने सबसे महत्वपूर्ण कार्य श्रमिकों की भर्ती के लिए इंटरव्यू लेने में लगे हुए हैं माइंस आफिस रोड जो श्रमवीर चौक से माईंस आफिस तक है ईनके आने के बाद से उस रोड पर भी खुलेआम अतिक्रमण हो रहा है और नगर प्रशासन अधिकारी टाउनशिप इसमें भी मौन सहमति प्रदान कर रहे हैं क्या ईनको यह भी नहीं पता क्या की जिस तरह इस्पात भवन जाने वाली सड़क को अतिक्रमण मुक्त रखा गया उसे राजहरा नगर में भी लागू करना होगा मगर ईनको इससे क्या ईनकी पहली प्राथमिकता तो किस ठेके में कौन काम करेगा यह है इसलिए बाकी चीजों में मौन सहमति दी जा रही है। संघ का कहना है कि नगर प्रशासन टाउनशिप को बीएसपी प्रबंधन द्वारा जिस कार्य के लिए नियुक्त किया गया है वो उन सारे कार्यों को छोड़कर बाकी सारे कार्य कर रहे हैं जिससे नगर में औद्योगिक अशांति का वातावरण बनें। आज राजहरा टाउनशिप में समस्याओं का अंबार लगा हुआ है नियमित कर्मचारी रोज टाउनशिप कार्यलय का चक्कर लगा रहे हैं मगर काम किसी का नहीं हो रहा है कारण स्पष्ट है जब मुखिया ही इंटरव्यू लेने में लगे हैं तो समस्याओं का समाधान कैसे होगा, यह एक बहुत बड़ा प्रश्न है जिसका समाधान खदान के उच्च अधिकारियों को करना होगा।क्या उच्च प्रबंधन द्वारा इंटरव्यू के लिए कोई पैनल बनाया गया है क्या? बीएसपी के अधिकारियों द्वारा इंटरव्यू लेना स्पष्ट करता है कि भर्ती नियमित कर्मचारियों के रूप में की जा रही है। एक बात तो स्पष्ट जिस तरह कांग्रेस के शासन काल में कर्मचारियों की भर्ती में इंटरव्यू के नाम पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार होता था ऐसी जानकारी मिली है कि आज उसी तर्ज पर बीएसपी प्रबंधन की तरफ से इंटरव्यू लेकर श्रमिकों की भर्ती की जा रही हैं जोकि जांच का विषय है कि एक पानी खोलने के कार्य के लिए श्रमिकों की भर्ती इंटरव्यू लेकर की जा रही है और दूसरी ओर 160 करोड़ के सिलिका रिडिक्शन प्लांट के ठेके में कौन श्रमिक कार्य कर रहा है उसकी स्पष्ट जानकारी तक नहीं है??? आज जिस तरह से राजहरा टाउनशिप के ठेकों में खुलेआम भ्रष्टाचार हो रहा है गुणवत्ता विहीन कार्य हो रहे हैं मगर इसमें ध्यान नहीं दिया जा रहा है और जनता का पैसों का खुलेआम दुरुपयोग किया जा रहा है। संघ खदान के जिम्मेदार अधिकारीयों को स्पष्ट कर देना चाहता है कि जिनको कंपनी में जिस कार्य के लिए नियुक्त किया गया है वो वहीं कार्य करें और ठेकेदार बनकर उसका काम ना करें।कोई भी नियम विरुद्ध कार्य न करें जिससे कंपनी की बदनामी हो और औद्योगिक अंशाति का वातावरण पैदा हो, अगर तत्काल ईस पर कड़ी कार्रवाई नहीं की जाती है तो संघ कड़े कदम उठाने के लिए बाध्य होगा।