तिल्दा नेवरा: सासाहोली रेलवे केबिन के पास बने फ्लाईओवर ब्रिज से लोगों को हो रही दिक्कतें आए दिन हो रही है दुर्घटनाएं
काफी जद्दोजहद के बाद सासाहोली रेलवे केबिन के पास फ्लाई ओवर ब्रिज एवं अंडर ब्रिज का निर्माण किया गया , जिसका 6 मार्च सन 2019 में उद्घाटन किया गया।
निर्माण के बाद से ही यह फ्लाई ओवर ब्रिज ,अंडर ब्रिज विवादों में रहा है,बहुत ही घटिया तरीके से इसका निर्माण किया गया है। निर्माण के बाद 5 साल बीत गए हैं फ्लाईओवर ब्रिज में लाइट नहीं लगी है, साथ ही बीच-बीच से यह फ्लाईओवर ब्रिज उखड़ गया है , जिसकी भी कोई सुध लेने वाला नहीं। मरम्मत के नाम पर खानापूर्ति कर छोड़ दी जाती है। बीच-बीच में जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे भी हो चुके हैं,जिसके चलते आए दिन इस फ्लाई ओवर ब्रिज में कई छोटी बड़ी घटनाएं दुर्घटनाएं हो चुकी है एवं कई लोगों की जाने भी जा चुकी है, इसके बावजूद भी जिम्मेदारों की नींद नहीं खुल रही ।
वहीं लोकसभा चुनाव आचार संहिता के पहले पूरे देश में वर्चुअल माध्यम से अंडर ब्रिज फ्लाई ओवर ब्रिज सहित रेलवे के कई अन्य कार्यों का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा किया गया, जिसमें तुलसी तिल्दा में अंडरब्रिज का शिलान्यास भी कार्यक्रम आयोजित कर किया गया , जहां पर राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा विशेष रूप से उपस्थित हुए थे, भाजपाइयों व लोगों ने उनको उक्त फ्लाईओवर ब्रिज की कहानी बताई जहां वे फ्लाई ओवर ब्रिज का जायजा लेने आए और उसकी हालत देखकर वे भी हैरान हो गए।
वहीं से मंत्री ने रायपुर डीआरएम को फोन कर तत्काल
फ्लाई ओवर ब्रिज के मरम्मत की बात भी कही ,लेकिन आज तक उक्त फ्लाईओवर ब्रिज की मरम्मत नहीं हो पाई है। फ्लाईओवर ब्रिज बहुत ही जर्जर स्थिति में महज 5 साल में ही पहुंच चुकी है। फिर भी ना तो रेलवे की नींद खुल रही है और ना ही जिम्मेदारों की।