भाजपा जिला बालोद द्वारा मीसाबंदी परिवार जनों के सम्मान कार्यक्रम में पहुंचे कैबिनेट मंत्री केदार कश्यप
बालोद: 25 जून लोकतंत्र का काला अध्याय आपातकाल मे मीसाबंदी परिवार के सदस्यों का सम्मान कार्यक्रम भाजपा जिला बालोद द्वारा जिला भाजपा कार्यालय में रखा गया। जिसमें शामिल होने वन ,जलवायु परिवर्तन, जल संसाधन एवं सहकारिता मंत्री केदार कश्यप शामिल होने पहुंचे सर्वप्रथम उन्होंने बालोद मुख्यालय पहुंचकर गंगासागर तालाब उद्यान में वृक्षारोपण किया। इसके पश्चात सम्मान समारोह कार्यक्रम में पहुंचे सर्वप्रथम बालोद जिले के 11 मिसा बंदी परिवार के सदस्यों को स्मृति चिन्ह, शाल श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया ।
सर्वप्रथम सम्मान समारोह को जिला भाजपा अध्यक्ष पवन साहू ने संबोधित करते हुए अपने पिता नेमसिंह साहू के आपातकाल के दौरान अपनी सत्ता को बचाने संविधान में संशोधन कर विद्वेष पुर्वक कांग्रेस सरकार द्वारा बंदी बनाए जाने की घटना को विस्तार पूर्वक रखा इस दौरान परिवार जनों पर आप बीती एवं मार्मिक बातों को श्रीमती श्यामा देवी साहू ने रखा मंत्री केदार कश्यप ने अपने संबोधन में बताया कि उनके पिता स्वर्गीय बलिराम कश्यप को जब उस दौरान बंदी बनाया गया, तो उनकी दादी द्वारा बताया गया उस क्षण को याद करते हुए कहा कि कांग्रेस के नेता हाट बाजार एवं चौक चौराहा पर जाकर लोगों को कहते थे।
कि जो कांग्रेस के खिलाफ जाएगा उसका हश्र बलिराम कश्यप की तरह होगा बस्तर में दहाड़ने वाला जेल में है, जो कांग्रेस की सत्ता के खिलाफ जाते थे उन्हें रोका जाता था इंदिरा गांधी ने अपनी सरकार बचाने के लिए संविधान में संशोधन कर सत्ता के विरोध में उठने वाले लोकतंत्र के स्वतंत्र स्तंभ मीडिया पत्रकार को भी जेल भेजा गया कांग्रेस अपने सत्ता के लिए हमेशा भ्रम फैलाता है, भाजपा की जनाधार से घबरायी कांग्रेसी वर्तमान में हुए लोकसभा चुनाव में भ्रम फैलायी की भाजपा जीती तो संविधान बदल देगी ये वही लोग है, जिन्होंने बाबा साहब को चुनाव में हारने के लिए प्रत्याशी खड़ा किया इनको जीतने से रोका इनको तो बाबा साहब के प्रतिमा पर कुश तक चढ़ने का अधिकार नहीं है ,और यह वर्तमान में संविधान बचाओ अभियान चला रहे हैं ,उनके विरोध में गाना गाने पर स्वर्गीय किशोर कुमार जी के गानों को भी बैन लगा दिया गया था 60 लाख लोगों को जबरदस्ती नसबंदी करवा दिया गया इनकी मानसिकता आज भी वैसी ही है,
इसीलिए भाजपा सरकार में मिलने वाली मीशाबंदी परिवार की सहायता राशि को कांग्रेस कार्यकाल में रोक दिया गया था, आज भी कांग्रेस के नेता अपने किए इतिहास पर शर्मिंदा नहीं है, उनकी सरकार आती है, तो यह अपने लोगों को हित की बात करते हैं, जबकि भारतीय जनता पार्टी सबके विकास और सबके हित की बात करते हैं, आपातकाल लोकतंत्र का वह काला अध्याय है, जिसकी पुनरावृति नहीं होनी चाहिए लोकतंत्र की रक्षा के लिए आने वाली पीढियां तक देश में इक्कीस महीने तक तात्कालिक प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा दमनकारी नीति अपनाते हुए आपातकाल लगाया गया था। अपने घटते जनाधार एवं छुटती सत्ता, जन आंदोलन से धबराकर देश के लाखों परिवारों को अंधकार में धकेल दिया
इस अवसर पर मीसाबंदी परिवार से उपस्थित रहे श्रीमती श्यामा देवी साहू, श्रीमती कमला देवी साहू, पुष्पेंद्र धनु जैन, राकेश खत्री, विवेक चांदन, स्वरूप राठी
इस कार्यक्रम में पूर्व विधायक प्रीतम साहू, देवलाल ठाकुर, यज्ञ दत्त शर्मा, राकेश यादव ,लेख राम साहू, अभिषेक शुक्ला, राकेश छोटू यादव, देवेंद्र जायसवाल, नरेश यदु, किशोरी साहू, त्रिलोकी साहू, ठाकुर रामचंद्राकार, दिलीप शर्मा, देवेंद्र माहला,शरद ठाकुर, नरेश साहू, अनीता कुमेटि, अमित चोपड़ा ,डिशोक जांगड़े,कृतिका साहू,पुष्पेंद्र चंद्राकर ,अंबिका यादव, मोहन जैन,लोकेश श्रीवास्तव, कमल पनपालिया, प्रेमलता साहू, मीना सत्येन्द्र साहू, प्रतिभा चौधरी, सुरेश निर्मलकर, प्रेम साहू,कौशल साहू, दुष्यंत सोनवानी, टिनेश्वर बघेल, रुपेश सिन्हा, मनीष झा, राकेश द्विवेदी, जितेंद्र साहू लाल निपेन्द टेकाम , जगदीश देशमुख, इशा प्रकाश साहू, नंदकिशोर शर्मा, विनोद कौशिक, दुर्जन साहू, दानेश्वर मिश्रा ,विकास साहू, चित्र सेन साहू, भुवन साहू, महेंद्र सिंह, मदन माहिती, नरेंद्र सोनवानी, पुष्प लता बघेल ,संजय साहू, गजेंद्र यादव ,हितेश्वरी कौशिक, रौनक कत्याल, पार्थ साहू, प्रतिमा यादव, प्राची विक्रम लालवानी, संजीव मानकर, सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।