राष्ट्रीय कवि संगम जिला बालोद के तत्वाधान में साहित्यिक परिचर्चा एवं काव्य गोष्ठी का आयोजन शा.बालक उ. माध्य. वि. डौडी लोहारा प्रांगण में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ
डॉ अशोक आकाश संयोजक राष्ट्रीय कवि संगम जिला बालोद एवं समन्वयक छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के मार्गदर्शन तथा अखिलेश्वर मिश्रा अध्यक्ष राष्ट्रीय कवि संगम के निर्देशन में साहित्यिक परिचर्चा एवं काव्य गोष्ठी का आयोजन हुआ। इस आयोजन में राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश मित्तल राष्ट्रीय कवि संगम के 75वें जन्मदिवस को अमृत महोत्सव वर्ष के रूप में मनाया गया साथ ही साथ 25 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का दिल्ली में स्वरचित काव्यपाठ हेतु चयन किया गया।
हर्षा देवांगन एवं वीरेंद्र अजनबी के संचालन में कार्यक्रम स्वर्णिम सफल रहा। मॉं सरस्वती की पूजा अर्चना से प्रारंभ कार्यक्रम में अतिथि स्वागत करते राष्ट्रीय कवि संगम जिला सचिव हर्षा देवॉंगन ने आयोजन का उद्देश्य बताते कहा कि राष्ट्रीय कवि संगम राष्ट्र जागरण धर्म हमारा के पावन ध्येय के साथ आप सबके बीच आज उपस्थित हुआ है, इस मंच के माध्यम से हम अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश मित्तल के 75 वें जन्म दिवस मनाने उपस्थित हुए हैं। इसमें 25 वर्ष से कम उम्र के युवा साहित्यकारों का स्वरचित काव्य पाठ बच्चों में लेखन शैली विकसित करना तथा साहित्य के प्रति रुचि उत्पन्न करना है । इस कार्यक्रम में बालोद जिला के वरिष्ठ साहित्यकार एवं नवोदित रचनाकार सम्मिलित हुए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लोकेश्वरी गोपी साहू अध्यक्ष नगर पंचायत डौंडी लोहारा रही, जिला अध्यक्ष अखिलेश्वर मिश्रा ने अध्यक्षता की, पार्षद श्रीमती माया ठाकुर, डॉं.अशोक आकाश, देव जोशी गुलाब, डॉ.इकबाल खान तन्हा, जयकांत पटेल,पीलूराम साहू विशिष्ट अतिथि रहे। विकास कुमार साहू कोचेरा गुरूर का चयन दिल्ली के राष्ट्रीय आयोजन में काव्यपाठ हेतु किया गया।
कार्यक्रम में साहित्यकारों को संबोधित करते अखिलेश्वर मिश्रा अध्यक्ष राष्ट्रीय कवि संगम जिला बालोद ने कहा कि राष्ट्रीय कवि संगम राष्ट्रीय स्तर पर धर्म रक्षा तथा राष्ट्र जागरण का कार्य कर रही है हमें नियमित साहित्य साधना करनी चाहिए।
डॉ अशोक आकाश अध्यक्ष मधुर साहित्य परिषद् जिला बालोद ने इस बात से अवगत कराया कि राष्ट्रीय कवि संगम द्वारा राष्ट्रीय चेतना के लिए प्रतिवर्ष कार्यक्रम किया जाता है। पिछले वर्ष श्री राम काव्य पाठ प्रतियोगिता राष्ट्रीय स्तर पर कराया गया था जिसका काव्य सम्मेलन अयोध्या में आयोजित किया गया था और इस वर्ष 25 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का काव्य पाठ कराया जा रहा है जिसका आयोजन दिल्ली राष्ट्रीय मंच में किया जाना है । डॉ.आकाश जी ने कहा जो अच्छे श्रोता होंगे वही अच्छे वक्ता हो सकते हैं, अच्छा लिखने और अच्छा बोलने के लिये अच्छा पढ़ना पड़ेगा। दो चार कविता या साहित्य लिखकर आप बड़े साहित्यकार नहीं हो सकते। आपकी सृजित साहित्य में उतना ही निखार आयेगा जितना आप औरों को पढ़ेंगे।
मुख्य अतिथि लोकेश्वरी साहू नगर पंचायत अध्यक्ष डौडी लोहारा ने कहा की साहित्यिक सम्मेलन होना चाहिए आप सभी साहित्यकार अपनी साहित्यिक रचनाओं से समाज को नई दिशा दे रहे हैं । विशिष्ट अतिथि श्रीमती माया ठाकुर ने कहा कि आप सभी साहित्यकार की साहित्य रचनाएं समाज की धरोहर है। प्राचार्य लूनकरण ठाकुर ने सभी साहित्यकारों क़ो समाज में साहित्य का महत्त्व बताने और निरंतर लेखन कार्य करने हेतु बधाई दी और अपनी रचना में गौ माता के गोबर का महत्व बताया। पीलू राम साहू योग प्रशिक्षण में स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए योग करने का संदेश दिया । डॉ. इक़बाल खान वनांचल समिति मोहला ने कहा साहित्य साधकों को गजल लेखन हेतु प्रोत्साहित करना चाहिए और अपनी बेहतरीन गजल प्रस्तुत किया। देव जोशी गुलाब जनवादी लेखक संघ ने प्राकृतिक सौंदर्य का वर्णन करते पर्यावरण संरक्षण का संदेश देती कविता से सार्थक संदेश दिया।जयकांत पटेल अध्यक्ष प्रेरणा साहित्य समिति बालोद ने मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम जी के जीवन का चित्रण अपनी कविता श्री राम अपने धाम में फिर से विराजे हैं कविता की पंक्तियों से सभा कक्ष राममय हो गया।
डॉ. माधवी गणवीर, शंकर शरण,महेन्द्र बघेल,अनिल कसेर उजाला,चन्द्रशेखर उइके, श्रीमती देव श्री बघेल, कु.सत्या मिश्रा,दिनेश राजपूत,लखनलाल कलामें, जसवंत मंडावी,सेवंत देशमुख,भोपत लाल पटेल, जितेन्द्र पटेल,बुटूराम पूर्णे, देवनारायण नगरिहा,कन्हैया लाल बारले, योगेश छत्तीसगढ़िया, बालेश्वर कुमार साहू डॉं.एस.एल.गंधर्व, कृपा राम साहू ने अपनी सर्वोत्तम रचनाएँ प्रस्तुत किये। उक्त कार्यक्रम में बालोद जिले की मधुर साहित्य परिषद् एवं प्रेरणा साहित्य समिति,मानपुर मोहला जिले की वनॉंचल साहित्य समिति एवं राजनांदगाँव जिले की शिवनाथ साहित्य धारा डोंगरगॉंव के प्रमुख साहित्यकारों की उपस्थिति रही।मंच संचालन वीरेंद्र अजनबी द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत में राजेंद्र कुमार देवांगन वरिष्ठ शिक्षक के आभार प्रदर्शन से कार्यक्रम समापन की घोषणा की गई।