बायोमैट्रिक अटेंडेंस सिस्टम का बहिष्कार
लौह अयस्क खदान समूह, दल्लीराजहरा में 1 जुलाई से बायोमैट्रिक अटेंडेंस सिस्टम लागू करने का प्रबंधन द्वारा एक तरफा निर्णय लेते हुए सर्कुलर जारी कर दिया गया है। इस संबंध में प्रबंधन ने यूनियन से कोई चर्चा भी नहीं की है।
इस कारण सर्कुलर जारी होने के बाद से कर्मचारियों में इस सिस्टम तथा प्रबंधन के खिलाफ बेहद आक्रोश है। कर्मचारियों का कहना है कि प्रबंधन हमारी सुविधाओं में तो लगातार कटौती करते जा रहा है और उत्पादन का टारगेट भी बढ़ाते जा रहा है, किंतु दूसरी ओर कर्मचारियों के हितों की लगातार उपेक्षा भी करते जा रहा है। कर्मचारियों के वेज रिवीजन का 39 माह का एरियस, हाउस-रेंट अलाउंस सहित अनेक अनेक मुद्दे लंबे समय से पेंडिंग पड़े हुए हैं, जिस पर प्रबंधन आंख मूंदकर बैठा हुआ है। प्रबंधन कर्मचारियों को उनका वाजिब हक नहीं दे रहा है बल्कि शोषण करने व मानसिक प्रताड़ना के लिए फेस रीडिंग अटेंडेंस सिस्टम लागू करना चाह रहा है।
इस मुद्दे को लेकर लौह अयस्क खदान समूह दल्ली राजहरा की संयुक्त ट्रेड यूनियन की दिनांक 19 जून को इंटक ऑफिस के सभागृह में बैठक हुई। इस बैठक में संयुक्त ट्रेड यूनियन मंच के प्रतिनिधियों ने यह निर्णय लिया कि लौह अयस्क खदान समूह राजहरा के समस्त नियमित एवं ठेका श्रमिक प्रबंधन द्वारा कर्मचारियों के ऊपर दबाव बनाने के लिए एक तरफा निर्णय लेते हुए कर्मचारियों के कार्य स्थल पर दैनिक उपस्थिति दर्ज करने के लिए बायोमेट्रिक सिस्टम लगा रहा है, जिसका हम पूरी तरह से बहिष्कार करते हैं, और पुरजोर विरोध करते हैं, क्योंकि प्रबंधन इस सिस्टम के माध्यम से कर्मचारियों का शोषण करने का निरंतर प्रयास करेगा।
संयुक्त ट्रेड यूनियन मंच ने प्रबंधन के इस तानाशाही सर्कुलर के विरुद्ध अपील की है कि कोई भी कर्मचारी बायोमेट्रिक सिस्टम में रजिस्ट्रेशन ना कराए, क्योंकि दल्ली राजहरा के समस्त ट्रेड यूनियन इस बायोमेट्रिक सिस्टम का सामूहिक विरोध तथा पूर्णतः बहिष्कार कर रहे हैं।
संयुक्त ट्रेड यूनियन के प्रतिनिधियो में संयुक्त खदान मजदूर संघ के कमलजीत सिंह मान, राजेंद्र बेहरा, श्रीनिवासुलू , सीटू यूनियन से प्रकाश क्षत्रीय, पुरुषोत्तम सिमैया, इंटक यूनियन से अभय सिंह, तिलकराम मानकर, बी एम एस यूनियन से मुस्ताक अहमद, लखनलाल चौधरी, सी एम एस एस यूनियन से सोमनाथ उइके, जे एम एम यूनियन से बसंत रावटे सभी ट्रेड यूनियन प्रतिनिधियों का यह संयुक्त निर्णय है।