पाटेश्वर धाम की यात्रा पहुंची डोकला धाम छत्तीसगढ़ का आदिवासी समाज सदा से सनातनी: संतराम बालक दास
45 दिनों के लिए आयोजित मां कौशल्या धाम मंदिर प्रचार यात्रा मोहला तहसील के गंगा धाम डोकला पहुंची यह वही स्थान है जहां पर कुछ वर्ष पहले कावड़ यात्रा के आयोजन को रोकने का प्रयास किया गया था संत श्री ने समस्त क्षेत्र से आई हुई जनता को संबोधित करते हुए कहा कि समस्त छत्तीसगढ़ की आदिवासी परंपरा सनातन धर्म एवं आध्यात्म से सदा प्रेरित रही है राम रामायण एवं भगवान शिव के पुजारी रहने वाला आदिवासी समाज सदा से शांतिप्रिय रहा है मां कौशल्या एवं भगवान राम का रिश्ता छत्तीसगढ़ के आदिवासी समाज से ही है छत्तीसगढ़ में जन्मी मां कौशल्या के 25 करोड़ की लागत से बनने वाले मंदिर निर्माण की जानकारी संत श्री ने सभी को दी सभा में टेकराम भंडारी डोकलकोंडे ने 3 वर्ष तक प्रति वर्ष 11000 एवं अन्य भक्तों ने ₹5000 ₹3000, 2000 इस प्रकार का संकल्प लिया माता बहनों ने प्रति महीना 1100 रुपए देने का संकल्प करके सभा में संकल्प लिया संत श्री ने बताया कि आज 6 वर्ष के बाद ढोकला धाम आकर मन को बड़ी शांति मिली एवं यहां के संपूर्ण क्षेत्रवासी आदिवासी भाई बहनों से मिलकर अच्छा लगा संत श्री के अनुसार आने वाले 21 जुलाई गुरु पूर्णिमा के दिन मां कौशल्या धाम के द्वितीय तल का लोकार्पण होना है जिसमें हजारों की संख्या में भक्तगण पूरे प्रदेश से आएंगे सभी को आपने निमंत्रण दिया एवं सभा में उपस्थिती के लिए सभी का धन्यवाद दिया।