सांसद माननीय भोजराज नाग के प्रथम नगर आगमन पर छत्तीसगढ़ समन्वय समिति दल्ली राजहरा के अध्यक्ष रामदास मानिकपुरी के नेतृत्व में विभिन्न मांगों को लेकर सौपे मांग पत्र
पत्र अनुसार कहा गया है कि दल्ली राजहरा में निवासरत छत्तीसगढ़ के विभिन्न 20 समाज के लोगों के द्वारा स्थापित "छत्तीसगढ़ समन्वय समिति" की ओर से विजय होने पर ढेर सारी बधाई दी गई है कहा गया है कि कांकेर लोकसभा क्षेत्र से सांसद निर्वाचित होने के पश्चात आपका प्रथम बार दल्ली राजहरा आगमन हो रहा है, इस अवसर पर छत्तीसगढ़ समन्वय समिति आपको हार्दिक अभिनन्दन करता है एवं कोटि-कोटि बधाई देता है। आशा करते हैं कि आपके नेतृत्व में हमारे नगर का चहुमुखी विकास होगा। "छत्तीसगढ़ समन्वय समिति" दल्ली राजहरा लौह नगरी में विगत 25 वर्षों से संचालित है। हमारी यह समिति हमेशा ही छत्तीसगढ़ के समस्त छत्तीसगढ़िया समाज के तीज, त्यौहार एवं संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए तत्पर रहा है और गरीबों तथा निर्धन बच्चों की सेवा व उनके उत्कृष्ट शिक्षा के क्षेत्र में प्रतिभावान बच्चों का सम्मान करती आ रही है। तथा शासन प्रशासन के जन कल्याणकारी योजनाओं से आम जनता तक पहुँचाने हेतु विशेष शिविर का आयोजन करते आ रहे हैं। जब इस नगर में माइंस आरम्भ हुआ उस समय इसकी जनसंख्या एक लाख से अधिक थी जो अब घटते घटते कम होती जा रही है। माइंस के अलावा रोजगार का कोई साधन नहीं है, यहाँ के युवाओं के समक्ष बहुत ज्यादा बेरोजगारी हैं। शहर उजड़ने की स्थिति में है। इस नगर के बसाहट के लिए नये उद्योग स्थापित किया जाता अतिआवश्यक है। इस संबंध में आपके समक्ष कुछ मांग प्रेषित है।
1 छत्तीसगढ़ समन्वय समिति के सामुदायिक भवन के निर्माण के लिए 20 लख रुपए की राशि स्वीकृत किया जाए l
2 शिक्षा के क्षेत्र में केन्द्रीय विद्यालय अतिशीघ्र आरम्भ किये जाए ।
3 लगातार हो रही दुर्घटनाओं को देखते हुए बायपास सड़क निर्माण किया जाए।
4 युवाओं के रोजगार के लिए अति शीघ्र नये उद्योग स्थापित कराये जाए ।
मांग पर देने के लिए निम्न पदाधिकारी उपस्थित थे
रामदास मानिकपुरी (अध्यक्ष) , तोरण लाल साहू (महासचिव) , घनश्याम पारकर , गोपी निषाद , राधेश्याम साहू , भुपेंद्र दिललीवार , संतोष यादव , दानसिग चंद्राकर , चेतन साहू , संत राम सेन , द्वारिका सेन , अंजू साहू , वीनासाहू, देवनतीन पारकर , विमला साहू , चैतराम सारवा , छगन साहू , शीतल नायक , माया कौशिक आदि पदाधिकारियो की उपस्थिति रही ।