अवैध रेत उत्खनन पर लगाम लगाने भाजपा नेता डॉ. प्रतीक उमरे ने मुख्यमंत्री से किया मांग,कहा अवैध रेत उत्खनन होने पर जिले के कलेक्टर एवं एसपी पर करें कड़ी अनुशासनात्मक कार्यवाही
दुर्ग नगर निगम के पूर्व एल्डरमैन भाजपा नेता डॉ. प्रतीक उमरे ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से प्रदेश में चल रहे अवैध रेत उत्खनन पर लगाम लगाने की मांग किया है।डॉ. प्रतीक उमरे ने बताया कि बारिश शुरु होने वाली है जिसके चलते रेत की मांग बढ़ रही है। रेत का भंडारण कर बारिश के दिनों में उसे ऊंचे दाम में बेचने की फ़िराक में रेत माफिया लगातार नदी नालों का अवैध तरीके से दोहन कर रहे हैं। रेत घाटों से बिना किसी अनुमति के रेत का उत्खनन और परिवहन लगातार हो रहा है जिससे शासन को हर माह करोड़ों का नुकसान हो रहा है।इसकी जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों को होने के बावजूद वे चुप्पी साधे हुए हैं।शिकायतें होने पर प्रशासन द्वारा गिने चुने कुछ लोगों को पकड़ा जाता है।वहीं खानापूर्ति के लिए कार्यवाही भी की जाती है,लेकिन अवैध उत्खनन पर अंकुश नहीं लग पा रहा है।खनिज विभाग द्वारा कार्रवाई न करने से अवैध उत्खनन करने वालों के हौसले बुलंद है और वह लगातार अवैध उत्खनन करने में जुटे हुए हैं। पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से रेत माफियाओं पर कड़ी कार्यवाही करने की मांग किया है तथा अवैध उत्खनन पर कार्यवाही नहीं होने पर उस जिले के कलेक्टर,एसपी एवं अन्य अधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर उनके खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्यवाही करने की भी मांग किया है।
कृषि का पंजीयन, लेकिन रेत का परिवहन
डॉ. प्रतीक उमरे ने कहा कि ग्रामीण अंचलों में रेत के अवैध कारोबार में लिप्त ज्यादातर ट्रेक्टर कृषि के लिए पंजीकृत हैं,लेकिन इसका उपयोग रेत के अवैध उत्खनन में होता है।अधिकारी भी कार्यवाही के दौरान कभी भी इस आधार पर प्रकरण पंजीबद्ध नहीं करते हैंं।इसलिए चंद रुपयों का चालान काटकर ये वाहन फिर से अवैध उत्खनन में लग जाते हैं।
नियम विरुद्ध चेन माउंटेन मशीनों से किया जा रहा उत्खनन
रेत खदानों में तक ढाई से तीन हजार की जगह पांच से सात हजार रुपए दोगनी कीमत पर रेत की लोडिंग की जा रही है। जिसके कारण घाट से बाजार पहुंचने तक रेत की कीमत 16 हजार रूपए से भी अधिक पहुंच गई है। जिन घाटों में वैध रूप से भी पर्यावरण विभाग द्वारा अनुमति ली गई है वहां भी नियम की धज्जियां उड़ाते हुए चेन माउंटेन मशीनों से उत्खनन किया जा रहा है।साथ ही लोडिंग चार्ज भी कई गुना ज्यादा लिया जा रहा है। इसके कारण आम लोगों को एक हजार फीट हाईवा रेत जो लगभग पांच सात हजार रुपए में मिलना चाहिए वो अब 16 हजार रूपए तक बेचा जा रहा है।
50 रूपए प्रति घन मीटर से लोडिंग का नियम
रेत खदानों को ठेके पर देने के लिए गाइड लाइन बनाई गई है। इसके अनुसार रेत खदानों पर लोडिंग का चार्ज 50 रूपए प्रति घन मीटर तय है।एक घन मीटर मे 50 फीट रेत की लोडिंग होती है। इस तरह से पांच सौ फीट यानी दस घन मीटर रेत की लोडिंग में पांच सौ रुपए चार्ज लिया जाता है। इसकी तुलना में खदानों में प्रति घन मीटर के पिछे 500 से 700 रूपए तक लोडिंग चार्ज लिया जा रहा है।जो की पूर्णतः नियम विरुद्ध है।