मुख्यमंत्री साय ने साहित्य साधक घनश्याम पारकर को साहित्य सम्मान से सम्मानित किया

मुख्यमंत्री साय ने साहित्य साधक घनश्याम पारकर को साहित्य सम्मान से सम्मानित किया

मुख्यमंत्री साय ने साहित्य साधक घनश्याम पारकर को साहित्य सम्मान से सम्मानित किया

मुख्यमंत्री साय ने साहित्य साधक घनश्याम पारकर को साहित्य सम्मान से सम्मानित किया

साहित्य साधना देश और समाज के लिए नए आयाम का सोपान करेगी


दल्लीराजहरा: गत दिवस बालोद में छत्तीसगढ़ निषाद समाज के वार्षिक अधिवेशन छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मुख्यआतिथ्य में गरिमामय समारोह के बीच सम्पन्न हुआ।इस कार्यक्रम में नगर के हस्ताक्षर साहित्य समिति के सदस्य एवं वरिष्ठ साहित्यकार घनश्याम पारकर को उनकी साहित्य साधना और उनके द्वारा दिए गए योगदान पर मुख्यमंत्री श्री साय ने साहित्य सम्मान से नवाजा। पारकर को मिले इस सम्मान को लेकर उनके शुभ चिंतकों, हस्ताक्षर समिति से जुड़े सदस्यों में प्रसन्नता देखी जा रही है।साथ ही उन्हें बधाई देने वालो का तांता लगा हुआ है।

नगर के लिए घनश्याम पारकर कोई नया नाम नही है।अंचल के अलावा दूरस्थ क्षेत्र में साहित्य के क्षेत्र में रुचि रखने वाले लोग श्री पारकर की साहित्य साधना से अच्छी तरह से वाकिफ़ है। दो दशक से अधिक समय से वे इस क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे है।स्थानीय एवं राष्ट्रीय स्तर की पत्र-पत्रिकाओं में पारकर की कविताएं प्रकाशित होती रही है। साथ ही छत्तीसगढ़ के विभिन्न स्थानों में 100 से अधिक मंचों पर कविता पाठ कर चुके हैं। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के हाथों से श्री पारकर के सम्मानित होने से हस्ताक्षर साहित्य समिति के सदस्यों में खुशी की लहर ब्याप्त हो गई है। समिति की वरिष्ठ सदस्य शिरोमणि माथुर, लतीफ़ शमीम सिद्दिकी, आचार्य जे. आर महिलांगे ,सरिता सिंह गौतम, संतोष ठाकुर,छगन साहू, आनंद बोरकर चोपड़े , ज्ञानेंद्र सिंह,मनोज पाटिल,राजेश्वरी ठाकुर,शोभा बेंजामिन अमित सिन्हा,टी एस पारकर, गोविंद कुट्टी पणिकर अमित प्रखर, सुशील ताम्रकार, अजीत तिवारी, धर्मेंद्र श्रवण, नारायण राव, रामलाल गुप्ता ने बधाई देते हुए कहा है कि श्री पारकर की साहित्य साधना देश और समाज के लिए नए आयाम का सोपान करेगी। 

घनश्याम पारकर बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं।चलित झांकी एवं मॉडल बनाने में सिद्धहस्त हैं। इसके लिए राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत हो चुके हैं। राज्योत्सव में चलित मॉडल झांकी जयंती स्टेडियम में उनके टीम द्वारा लगातार 10 वर्षों से प्रथम पुरस्कार विजेता रही है। विभिन्न समारोहों में विधायक,सांसद एवं मुख्यमंत्री के कर कमलों से पुरस्कृत हो चुके हैं। विभिन्न साहित्यिक एवं सामाजिक संस्थाओं से सम्मान प्राप्त वर्तमान में निषाद समाज दल्लीराजहरा के अध्यक्ष एवं लौह अयस्क समूह दल्ली राजहरा में श्रम कल्याण अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। 

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