भिलाई:- निकुंज धाम में मनाया गया धुमधाम से गुरूपूर्णिमा महोत्सव

भिलाई:- निकुंज धाम में मनाया गया धुमधाम से गुरूपूर्णिमा महोत्सव

भिलाई:- निकुंज धाम में मनाया गया धुमधाम से गुरूपूर्णिमा महोत्सव

भिलाई:- निकुंज धाम में मनाया गया धुमधाम से गुरूपूर्णिमा महोत्सव


मेघू राणा जंजगिरी /भिलाई। गुरू बंधन का सार है,गुरू है प्रभु का नाम । गुरू अध्यात्म की ज्योति है,गुरू है चारो धाम । पूरे विश्व मे जब से सृष्टिकाल की रचना हूई .तब से गुरू पूर्णिमा महोत्सव मनाया जा रहा है ,इसी क्रम मे पूज्य श्री अशोक जी महराज की कृपा से श्री राधे निकुंज आश्रम शिक्षण एव जन कल्याण ट्रस्ट जंजगिरी (भिलाई) मे गुरू पूर्णिमा महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया . जिसके अनुसार सुबह 10 बजे श्री निकुंजेश्वर महादेव की पूजन आरती हुयी । फिर सारे भक्तो की उपस्थिति मे रोहिणी गौ धाम मे गौ माता का पूजन आरती हुई। जिसमे काफी संख्या मे भक्त लोग भाग लिए। 1 बजे सबसे पहले ठाकुर जी को अपने निवास से गुरूदेव ने मुख्य मंच पर स्थान देकर पूजा अर्चना की। तत्पश्चात पूज्य पिता जी अशोक महराज जी व माता जी को उचे स्थान पर आसन दिया गया.. तत्पश्चात गुरूदेव व गुरू माता ने आसान ग्रहण किया। फिर आश्रम समिति के पदाधिकारीगण व दूरस्थ अंचल से आए शिष्य परिकरो ने क्रमशः स्वागत अभिनन्दन किया। प्रारंभ मे ही तुलसी मानस प्रतिष्ठान 36 गढ के प्रदेश सलाहकार लोकेश गायकवाड़ ने कहा- कि छत्तीसगढ की पावन धरती मे जन्म लिए नारायण महाराज जी ने भक्तो के लिए श्री राधे निकुंज आश्रम शिक्षण लोक कल्याण ट्रस्ट की जो स्थापना की है. जो आज पूरे प्रदेश मे सनातन धर्म की रक्षा के लिए कार्य कर रही है। आज मैने गुरु पूर्णिमा के अवसर पर चरण पादुका रखी है ..जिस प्रकार भरत जी ने भगवान राम जी के चरण पादुका को राज सिहासन पर रख कर 14 वर्षो तक सफल संचालन किया है। ऐसे ही आप गुरूदेव की तस्वीर आप लेकर आए और चरण पादुका को गुरूदेव से धारण करवा कर घर मे प्रतिदिन पूजन कीजीए। इसके बाद पूज्य पिताजी अशोक महराज जी ने गुरू की महिमा बताते हुए कहा कि गुरू शिष्य की परम्परा अनादि काल से रही है। तथा एक सुन्दर भजन की प्रस्तुति हुई। तथा गुरूदेव नारायण महराज जी ने गुरू वाणी मे कहा -कि गुरू पूर्णिमा का अर्थ होता है कि जब गुरू की कृपा पूर्ण होती है तो गुरू पूर्णिमा होती है ,और निकुंजेश्वर महादेव की कृपा से हम सभी यहा पर गुरुपूर्णिमा का यह महान पर्व मना रहे है। आप सभी शिष्य परिकर से मेरा अनुरोध है कि ठाकुर जी की सेवा से अपना जीवन कृतार्थ करे। आप सभी ने आकर इस कार्यक्रम की शोभा बढायी है। कार्यक्रम को सफल बनाने रोहिणी गौ सेवा धाम व पूज्य नारायण महाराज जी के आशीर्वाद से सभी भक्तो का सहयोग सराहनीय रहा। सम्पूर्ण कार्यक्रम का सफलतापूर्वक संचालन पुनेश्वर साहू ने किया।

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