बागबाहरा: सरस्वती शिशु मंदिर उ मा विद्यालय में गुरु पूर्णिमा एवं आचार्य सम्मान समारोह आयोजित किया गया
बागबाहरा। गुरु और शिष्य का रिश्ता बेहद खास होता है. जीवन में किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए गुरु ही उस तक पहुंचने का मार्ग बताता है. इसलिए विद्यार्थी के जीवन में गुरु का बहुत महत्व होता है. हर साल आषाढ़ मास की पूर्णिमा तिथि को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है।
स्थानीय सरस्वती शिशु मंदिर उ मा विद्यालय में प्रति वर्षानुसार इस वर्ष भी विद्यालय संचालन समिति सागरचंद अग्रवाल स्मृति शिक्षा समिति, बागबाहरा द्वारा महर्षि वेदव्यास जी की जयंती के शुभ अवसर पर आचार्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। अतिथियों द्वारा परम पवित्र भगवा ध्वज, ॐ, मां सरस्वती, भारत माता एवं महर्षि वेदव्यास जी के चित्रों का पूजन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय संचालन समिति के अध्यक्ष मनसुख परमार ने की तथा कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में विद्यालय संचालन समिति के सचिव एवं व्यवस्थापक राहुल अग्रवाल उपस्थित रहें। बतौर विशेष अतिथि विद्यालय संचाल समिति के सहसचिव जोगेंद्र सिंह एवं कोषाध्यक्ष रामजी तिवारी उपस्थित रहे ।
कार्यक्रम के प्रारंभ में विद्यालय के छात्र/छात्राओं द्वारा गुरू महिमा पर प्रकाश डालते हुए अपने विचार रखे गए। मुख्य वक्ता के रुप में स्थानीय विद्यालय के प्राचार्य नंदूराम निर्मलकर ने गुरु की महिमा पर प्रकाश डालते हुए भगवा ध्वज को गुरू मानकर पूजन करने के कारण को विस्तार से समझाया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ने अपने सारगर्भित उद्बोधन में छात्रों को आह्वान किया कि जीवन में जिससे भी आपको कोई सीख मिले उसे भी गुरू मानकर उसका यथोचित सम्मान करें तभी जीवन में आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त होगा। कार्यक्रम के अंत में सागरचंद अग्रवाल स्मृति शिक्षा समिति द्वारा सभी आचार्यो को परंपरानुसार भेंट देकर सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन सृष्टि साहू, साधना देवांगन एवं भोजवती चक्रधारी ने किया। आभार प्रदर्शन विद्यालय संचालन समिति के सचिव एवं व्यवस्थापक राहुल अग्रवाल ने किया। इस अवसर समस्त भैया/बहिन, आचार्य एवं अभिभावक व गणमान्य नागरिकगण उपस्थित रहे।