बेमेतरा:- माता शीतला की छत्रछाया व आशीर्वाद से नगर देवकर में रहती हैं शांति और खुशहाली व जुड़वास का कार्यक्रम धूमधाम से मनाया गया
मेघू राणा बेमेतरा/देवकर -- माता शीतला की छत्रछाया व आशीर्वाद से नगर देवकर में रहती हैं शांति और खुशहाली.शीतला माता के मंदिरों में उमड़े श्रद्धालु, की पूजा-अर्चना नगर में शीतला माता के मंदिरों में श्रद्धालुओं ने पूजा कर मां से मन्नतें मांगी। गुरुवार को दिनभर मंदिरों में श्रद्धालु पहुंचते रहे। नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में जुड़वास का कार्यक्रम धूमधाम से मनाया गया। गुरुवार को पड़ने वाले आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष में देवी शीतला को प्रसन्न और रोगमुक्त के लिए नगर सहित ग्रामीण अंचलों में देवी शीतला मंदिरों में जुड़वास पूजा की बड़ी धूम है।
यह पर्व प्रत्येक वर्ष साल के आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष में जुड़वास मनाया जाता है। नगर देवकर में मां शीतला मंदिर पूजा अर्चना हुआ और कार्यक्रम देखने ऐतिहासिक भीड़ गांधी चौक में कलशयात्रा,सांग बाना, अघोरी अवघड़ नवदुर्गा मनमोहक झांकियां प्रस्तुति किया गया।और राज धुमाल का ऐतिहासिक प्रोग्राम नगर वासी देखें और शाम को बालिका सेवा जस भजन संध्या को कुंवारी माता जुड़वास कार्यक्रम पहुंचे और मां शीतला मंदिर जाकर पूजा अर्चना किए और मंच पर विशेष दर्शन दिए मंडली ( जोरातराई ) मनमोहक प्रस्तुति दी। नगर देवकर के हर चौराहे पर ऐतिहासिक देखने को मिला। बस स्टैंड, महावीर चौक , गांधी चौक ,कड़रा पारा , सुभाष चौक होते हुए मंदिर प्रांगण गया।
छत्तीसगढ़ की धरती त्यौहार और पवोॅ की धरा मानी जाती है और यहां पवॆ और त्यौहारों की कमी नहीं है,इसी कड़ी में गुरुवार को देवी शीतला मंदिर में जुड़वास माता रानी का विशेष महत्व होता है।माता शीतला का मंदिर छत्तीसगढ़ के प्रत्येक गांव में होता है इसे ग्राम देवी के नाम से जाना जाता है और मान्यता के अनुसार मुख्य रूप से गांवों में सुख-शांति और समस्त रोगों का निवारण का प्रतीक माना। नगर देवकर मां शीतला मंदिर में पूजा अर्चना के लिए मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही।
शीतला मंदिर के पुजारी पं.होरी लाल पान्डेय ने प्रसाद तथा समस्त रोगों के निवारण के लिए माता शीतला से मन्नत मांगी गई, साथ ही साथ खरीफ के फसल की बुआई सम्पन्न करके फसल को रोगमुक्त रखने और अपने अपने परिवार को रोगों से दूर करने के लिए दुआएं अपिॅत किए। पुलिस प्रशासन उपस्थित थे।