प्रांतीय छत्तीसगढ़ी साहित्य समिति जिला ईकाई बेमेतरा द्वारा काव्य गोष्ठी एवं सम्मान समारोह बरसते पानी मे सम्पन्न हुआ
बेमेतरा - प्रांतीय छत्तीसगढ़ी साहित्य समिति जिला ईकाई बेमेतरा द्वारा दिनांक 3 अगस्त को गांधी भवन बेमेतरा मे काव्य गोष्ठी प्रारंभ हुआ बरसते पानी मे भी कवियों की उत्साह देखते बन रहा था बेमेतरा जिला से 50 से अधिक कवियों ने अपनी रचनाएं पेश किये उक्त कार्यक्रम की अध्यक्षता छत्तीसगढ़ी साहित्य समिति के प्रांतीय सचिव और हास्य व्यंग्य कवि रामानन्द त्रिपाठी ने किया तथा विशिष्ट अतिथि के रूप मे बेमेतरा नगर पालिका के अध्यक्ष शकुन्तला साहु ,किसान नेता अजय शर्मा ,वरिष्ठ साहित्यकार मोहित राम वर्मा,पार्षद,नीतु कोठारी ,पार्षद देव राम साहु ,पार्षद सजनी यादव ,पार्षद लक्ष्मी लहरे विशेष रूप से उपस्थित थे।
उपस्थित समस्त अतिथियों द्वारा विद्या के देवी माता सरस्वती के पूजन पश्चात कार्यक्रम प्रारंभ किये ..
उक्त कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे त्रिपाठी जी ने बताया कि हम सभी छत्तीसगढ़ी भाषा के प्रति हमेशा समर्पित हैं ज्यादा से ज्यादा ईसका उपयोग साहित्य के माध्यम से आम जन मानस मे प्रभाव छोड़ने का कार्य करते हैं ईसका मतलब यह नही कि हम हिंदी भाषा से दूरी बना ले हम उन्हे भी उतना ही महत्व देते जितना छत्तीसगढ़ी को देते हैं।
बेमेतरा नगर पालिका के अध्यक्ष श्रीमती सकुन्तला साहु ने अपनी बात रखते हुए कुछ ईस तरह कहे कि कवियों के बीच आना मेरा शौभाग्य है कवि गण हमेशा जन मानस को अंधकार से प्रकाश की ओर अपनी कविताओं के माध्यम से ले जाता है उन्होने आगे अपनी बात कुछ ईस तरह कह कर समाप्ति किये कि जहां न पहुंचे रवि वहां पहुंचे कवि । किसान नेता अजय शर्मा ने कहा कि कवि हमेशा समाज के हित के लिए काम करता है वो अपनी रचनाओं के माध्यम से हमेशा समाज के बुराईयों को दूर करने का प्रयास करता है।
वरिष्ठ साहित्यकार मोहित राम वर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ी साहित्य का विस्तार छत्तीसगढ़ के कोने कोने मे अपनी रचनाओं के माध्यम से आम जन मानस तक पहुंच रहा है हमे आगे बढ़ने के लिए ईसे सम्हाल कर रखना बहुत जरुरी है।
छत्तीसगढ़ी के गीतकार गोकुल बंजारे चंदन ने कहा कि छत्तीसगढ़ी बोली भाषा का उपयोग हम ज्यादा से ज्यादा करें ताकि केन्द्र मे आठवीं अनुसूची मे नाम दर्ज हो जायें और यह भाषा विधिवत हमारी मातृभाषा बन सके ईसके लिए हम सभी को प्रयास करना चाहिए।
सर्व प्रथम छत्तीसगढ़ी साहित्य समिति जिला बेमेतरा के अध्यक्ष गोकुल बंजारे चंदन जो कि 31 जुलाई को शिक्षक पद से सेवा निवृत्ति हुए थे उसे आमंत्रित समस्त कवियों के तरफ से अतिथियों द्वारा प्रतीक चिन्ह एवं शाल श्री फल देकर सम्मानित किये उसके बाद बेमेतरा जिला के चारों ब्लाकों से आये हुए कवियों को उसकी विशेष उपलब्धि के चलते और उनकी वरिष्ठता को देखते हुए बारी बारी कर सम्मानित किये जिसमे बेमेतरा ब्लाक से लेख राम भारतीय,बेरला ब्लाक से जगदीश सोनी,साजा ब्लाक से राजकमल राजपूत, नवागढ़ ब्लाक से रमेश चौहान तथा विशष सम्मान दुर्गा शंकर चतुर्वेदी, मति कांति प्रभा बंजारे ( समाज सेविका), डा.दिनेश देवांगन देवरबीजा से,किसान नेता गुलाब दास मस्तके तथा अभ्भन सेन को दिया गया।
समस्त कार्यक्रम का संचालन प्रांतीय छत्तीसगढ़ी साहित्य समिति के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य और छत्तीसगढ़ के एक मात्र वीर रस के कवि ईश्वर साहु आरूग ने किया।
उसके बाद बारी बारी करके समस्त कवियों ने अपनी रचनाएं पेश किये जो देर रात तक चलता रहा.
उक्त कवि गोष्ठी मे आमंत्रित आतिथ्य कवि एवं सम्मानित कवि के अलावा छत्तीसगढ़ी साहित्य समिति सचिव - मनोज पाटिल,कोषाध्यक्ष- कोषाध्यक्ष भुवनदास जांगड़े, डा.नीलेश तिवारी,मनोज श्रीवास्तव,नारायण प्रसाद वर्मा,नरेन्द्र कुमार साहु, दीपक कुमार निषाद,दिलीप टिकरिहा,ईश्वर निषाद,हरिश पटेल,रामहृदय वर्मा, कमलेश वर्मा,मनीष वर्मा, मानिकपुरी, लोकनाथ यादव,अमीन बंजारे हेमशंकर पाटिल,अमिन कुमार बंजारे, मणीशंकर दिवाकर,कमल जांगड़े,खिलावन जांगडे़,दिलीप धृतलहरे,धर्मेंद्र बघेल,दिलीप पटेल,भवानी सिंह पटेल,लिलेश्वर देवांगन,सुरेश निर्मलकर, शत्रुपा बैनर्जी, पुन्नी बाई मस्तके,लक्ष्मैन्द्र बैनर्जी,नेमू राम बंजारे सहित अनेकों लोग उपस्थित रहे।