पौधों की यदि मां बनकर सुरक्षा की जाए तो वह पेड़ बनने पर सुपुत्र की भूमिका अवश्य निभाता है :- नामिना एवं चित्रलेखा

पौधों की यदि मां बनकर सुरक्षा की जाए तो वह पेड़ बनने पर सुपुत्र की भूमिका अवश्य निभाता है :- नामिना एवं चित्रलेखा

पौधों की यदि मां बनकर सुरक्षा की जाए तो वह पेड़ बनने पर सुपुत्र की भूमिका अवश्य निभाता है :- नामिना एवं चित्रलेखा

पौधों की यदि मां बनकर सुरक्षा की जाए तो वह पेड़ बनने पर सुपुत्र की भूमिका अवश्य निभाता है :- नामिना एवं चित्रलेखा 


एक पेड़ मां के नाम माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के संदेश को चरितार्थ करते हुए दल्ली राजहरा बीएसपी हॉस्पिटल के सामने बीएसपी क्वार्टर नंबर 6 3a टाइप में निवास करने वाली दो माताओ नमिता साहू और चित्रलेखा सिन्हा ने देव वृक्ष नीम और बेल का वृक्ष का पौधा लगाए तथा उनकी बड़ा होने तक रक्षा के लिए ड्रम का घेरा भी लगाये ताकि पशुओं के द्वारा पौधे को कोई नुकसान न पहुंचे l उन्होंने कहा कि यदि पौधों को मां बनकर वृक्ष बनने तक उनकी देखभाल किया जाए तो वह भविष्य में बड़ा होने पर पुत्र की भूमिका निभाकर अपनी जिम्मेदारी अवश्य पूरा करता है l जीवनदायिनी ऑक्सीजन , ओजोन परत की रक्षा , छांव के अलावा पौधों से विभिन्न जरूरत की पूर्ति होती है l इस बरसात के मौसम में प्रत्येक व्यक्ति को हर वर्ष एक पेड़ अवश्य लगाना चाहिए l लगभग दो से ढाई साल तक पौधे का देखभाल करने के बाद वह स्वयं जीवित रहने लायक बन जाता है l पेड़ लगाने के बाद उनकी देखभाल करना और पशुओं से रक्षा करना बहुत जरूरी है l तभी हमारा पेड़ लगाने का सार्थकता पूरा होगा l

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