प्रांतीय छत्तीसगढ़ी साहित्य सम्मेलन रायपुर में धर्मेंद्र कुमार श्रवण ने काव्य गोष्ठी किया.

प्रांतीय छत्तीसगढ़ी साहित्य सम्मेलन रायपुर में धर्मेंद्र कुमार श्रवण ने काव्य गोष्ठी किया.

प्रांतीय छत्तीसगढ़ी साहित्य सम्मेलन रायपुर में धर्मेंद्र कुमार श्रवण ने काव्य गोष्ठी किया.

प्रांतीय छत्तीसगढ़ी साहित्य सम्मेलन रायपुर में धर्मेंद्र कुमार श्रवण ने काव्य गोष्ठी किया.


छत्तीसगढ़ के की राजधानी वृंदावन सभा का सिविल लाइन रायपुर में भव्य आयोजन छत्तीसगढ़ी साहित्य समिति सम्मान समारोह व कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ । इस भव्य आयोजन में राज्य भर के कलमकार, साहित्यकार, कविवर मित्रगण कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने सफलीभूत हुए ।

कार्यक्रम तीन सत्रीय में संपन्न हुई जिसमें संध्याकालीन बेला में कवि सम्मेलन का भव्य आयोजन हुआ..।

काव्य पाठ में केवल छत्तीसगढ़ी भाषा में ही कविता गीत कहानी बोलने का अवसर प्रदान किया गया। एक से बढ़कर एक छत्तीसगढ़ की संस्कृति को संवारने के लिए अपनी अपनी भाषा बोली में बहुत ही मधुर लयबद्ध और सुंदर भावों के साथ काव्य पाठ किया गया जो सबके दिल को छू गया ऐसा नयनाभिराम प्रस्तुति इस मंच पर हुई सभी के मन को मोह लिया। 

बालोद जिला से पधारे नवोदित कलमकार राज्यपाल पुरस्कृत व्याख्याता श्री धर्मेंद्र कुमार श्रवण जी ने नारी शक्ति की महिमा को अपने छत्तीसगढ़ी बोली भाखा में बहुत ही सुंदर ढंग से संवारने का जो प्रयास किया और काव्य पाठ करने सफलीभूत हुए और तालियों की गड़गड़ाहट से वृंदावन सभागार करतल ध्वनि से गुंज गया ।

श्रवण जी कोरोना काल से शिक्षा के साथ साहित्य के क्षेत्र में अपने लेखनी को संवारने वाले ऐसे नवदीप कलमकार जिन्होंने 100 से ज्यादा गीत, कहानी, कविता अपने अंतर्मन के भाव को उकरने का जो प्रयास किया है और इस प्रयास के फल स्वरुप उनकी जो कविताएं हैं विभिन्न पत्र पत्रिकाएं समाचार पत्र, साझा संकलन में प्रकाशित हो चुके हैं और उन्होंने कई मंचों पर अपना काव्य पाठ ऑफलाइन/ऑनलाइन के माध्यम से सरस पान करने में कामयाबी दिखाई है और इसी कारण साहित्य के अनेक मंचों से में यह सम्मान पत्र, अलंकरण, प्रशस्ति पत्र, राज्य के वरिष्ठ साहित्यकारों के करकमलों द्वारा नवाजें जा चुके हैं।

उन्होंने छत्तीसगढ़ी बोली भाखा में नारी की महिमा पर काव्य पाठ किया.. ज्यादातर श्रवण जी छत्तीसगढ़ी भाषा में अपने काव्य को श्रृंगारित करने का अहम भूमिका निभाया है ।राष्ट्रीय स्तर, राज्य स्तरीय, जिला स्तरीय, ब्लॉक स्तरीय काव्य गोष्ठी में उन्हें सम्मानित किया गया है ।।
उन्होंने विभिन्न मंचों पर साझा किया है हस्ताक्षर साहित्य समिति दल्लीराजहरा, राष्ट्रीय कवि संगम मंच, काव्य कलश मंच खरसिया, राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच इंदौर साहित्य सृजश संस्थान रायपुर, साहित्यिक एवं सांस्कृतिक वक्त मंच रायपुर, हिंदी साहित्य सम्मेलन रायपुर छत्तीसगढ़ी राजभाषा आयोग रायपुर, नावेल टीचर्स क्रिएटीव फाउंडेशन बालोद व अन्य स्थानीय स्तर पर भी अपने प्रतिभाओ को काव्य मंचों पर मंचन करने सफलीभूत हुए हैं।

कवि सम्मेलन उपरांत सभी , साहित्यकारों को कलमकारों को फाइल कीट, डायरी, पेन व प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के पूर्व सचिव डॉक्टर अनिल कुमार भतपहरी जी छत्तीसगढ़ी साहित्य समिति के प्रांतीय अध्यक्ष कान्हा कौशिक, मुक्ता कौशिक जी एवं अन्य प्रतिष्ठित साहित्यकारों की करकमलों धर्मेंद्र कुमार सॉन्ग राज्यपाल की निश्चित शिक्षक को को यह सम्मान प्रदान किया गया और उज्जवल भविष्य की कामना अतिथियों के द्वारा दी गई और सभी आयोजक मंडल को सादर आभार व्यक्त किया गया। 

उसके काव्यात्मक उपलब्धि पर हर्ष व्याप्त करते हुए जिला के समस्त शिक्षकवृंद, प्राचार्य एवं संकुल केन्द्र खलारी के समस्त शिक्षकगण, राष्ट्रीय काव्य कवि संगम बालोद, मधुर साहित्य समिति बालोद, काव्य कलश कला एवं साहित्य मंच खरसिया, हस्ताक्षर साहित्य समिति दल्लीराजहरा, साहित्य सृजन संस्थान रायपुर, नाॅवेल टीचर्स क्रिएटीव फाउंडेशन बालोद, शिक्षक कला व साहित्य अकादमी दुर्ग छत्तीसगढ़, साहित्यिक सांस्कृतिक वक्त मंच रायपुर, प्रेरणा साहित्य समिति बालोद , जिला के समस्त शिक्षकगण एवं विभिन्न साहित्यिक मंचो ने शुभकामनाएं संप्रेषित किए हुए हैं ।

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