संस्कार भारती दुर्ग इकाई द्वारा आज 13 सप्टेम्बर शुक्रवार को गणेशोत्सव के अवसर पर समूह नृत्य नाटिका ने बहुत ही सुंदर नृत्य प्रस्तुति दी

संस्कार भारती दुर्ग इकाई द्वारा आज 13 सप्टेम्बर शुक्रवार को गणेशोत्सव के अवसर पर समूह नृत्य नाटिका ने बहुत ही सुंदर नृत्य प्रस्तुति दी

संस्कार भारती दुर्ग इकाई द्वारा आज 13 सप्टेम्बर शुक्रवार को गणेशोत्सव के अवसर पर समूह नृत्य नाटिका ने बहुत ही सुंदर नृत्य प्रस्तुति दी

संस्कार भारती दुर्ग इकाई द्वारा आज 13 सप्टेम्बर शुक्रवार को गणेशोत्सव के अवसर पर समूह नृत्य नाटिका ने बहुत ही सुंदर नृत्य प्रस्तुति दी 


संस्कार भारती दुर्ग इकाई द्वारा आज 13 सप्टेम्बर शुक्रवार को गणेशोत्सव के अवसर पर महाराष्ट्र मंडल दुर्ग में गणपति के जन्म पर समूह नृत्य नाटिका बहुत ही सुंदर प्रस्तुत की नृत्य नाटिका का संयोजन व निर्देशन अपनी नृत्य विधा सह संयोजिका श्रीमती गर्विता दत्ता ने किया उन्हे संयोजन में सहायता श्रीमती नीलिमा सगदेव ने किया कक्षा तीसरी से लेकर नौकरी करने वाली लड़कियाँ इसमें शामिल थी प्रस्तुति में सबसे पहले कथक गुरु तरुण जी शर्मा की शिष्या संस्कृति गौतम ने कथक में सरस्वती वंदना बहुत ही सुंदर प्रस्तुति की दर्शक गण दस मिनट की संस्कृति की कला साधना देख कर मंत्रमुग्ध हो गए पश्चात नृत्य नाटिका गणपति का जन्म की गाथा का प्रारंभ गणपति वंदना वक्रतुंड महाकाय सुर्यकोटि समप्रभ कुहु ने कथक में प्रस्तुत किया पश्चात शिव स्तुति आंगिकम,ओम त्रयंबकम यजा महे पश्चात नागेंद्र हाराय कुहु, पूनम, साक्षी, आन्या, और चारुलता ने सुंदर प्रस्तुत किया पश्चात पार्वती देवी स्तुति आकांक्षा, सांवी, ऋतुजा,श्रीति,विद्या ने कथक में प्रस्तुत किया पार्वती नंदी संवाद,शिव पार्वती संवाद,पार्वती द्वारा अपने उबटन से बाल गणेश का निर्माण, पार्वती व पुत्र बाल गणेश का स्नेह से मिलना, खेलना आकांक्षा व आर्या ने सुंदर प्रस्तुत किया शिव को पार्वती से मिलने जाने पर गणेश द्वारा (मां की आज्ञा के कारण) रोकना, शिव द्वारा बालक गणेश का विरोध व क्रोध में वध करना, भरतनाट्यम में प्रस्तुत किया गया 

पार्वती द्वारा बालक गणेश को पुनर्जीवित करने का शिव को आव्हान करना , ब्रम्हा,महेश, तथा गणो द्वारा पार्वती का समर्थन,गणों द्वारा हाथी का शीश लाकर मृत बालक गणेश के धड़ पर शीश लगाकर उसे शिव द्वारा पुनर्जीवित करना, ब्रम्हा,विष्णु,महेश , लक्ष्मी, पार्वती द्वारा गणेश को विद्या के देव तथा प्रथम पुज्य का आशीर्वाद देना, पश्चात शेंदूर लाल चढ़ायो आरती से नृत्य नाटिका का समापन हुआ सभी दर्शकों ने प्रस्तुति को तालियों से समय समय पर सराहा और अंत में सभी ने प्रस्तुति की प्रशंसा की 

सभी लड़कियों ने आठ दिन अच्छा प्रयास व अभ्यास कर सुंदर प्रस्तुति को साकार किया सभी कला साधकों तथा निर्देशक का प्रमाण पत्र तथा स्मृतिचिन्ह देकर सम्मान किया गया कार्यक्रम में संस्कार भारती की ओर से अपने अध्यक्ष कीर्ति जी व्यास, विकास जी पांडे, हेमंत सगदेव उपस्थित थे मीडिया प्रभारी प्रशांत कुमार क्षीर सागर जी ने जानकारी दी।

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