संस्कार भारती दुर्ग जिला इकाई का जन्माष्टमी उत्सव संत श्री गजानन मन्दिर हुडको में बहुत ही भक्ति पूर्ण , मधुर संगीतमय रूप में संपन्न हुआ

संस्कार भारती दुर्ग जिला इकाई का जन्माष्टमी उत्सव संत श्री गजानन मन्दिर हुडको में बहुत ही भक्ति पूर्ण , मधुर संगीतमय रूप में संपन्न हुआ

संस्कार भारती दुर्ग जिला इकाई का जन्माष्टमी उत्सव संत श्री गजानन मन्दिर हुडको में बहुत ही भक्ति पूर्ण , मधुर संगीतमय रूप में संपन्न हुआ

संस्कार भारती दुर्ग जिला इकाई का जन्माष्टमी उत्सव संत श्री गजानन मन्दिर हुडको में बहुत ही भक्ति पूर्ण , मधुर संगीतमय रूप में संपन्न हुआ


संस्कार भारती दुर्ग जिला इकाई का जन्माष्टमी उत्सव आज 1 सप्टेम्बर रविवार संध्या 5 बजे संत श्री गजानन मन्दिर हुडको में बहुत ही भक्ति पूर्ण , मधुर संगीतमय रूप में संपन्न हुआ 2 घंटे पुरा वातावरण श्रीकृष्णमय हो गया प्रारंभ मुख्य अतिथि मिलिंद जी गद्रे पूर्व कार्य पालक निदेशक बी एस पी, रिखि जी क्षत्रिय, प्रांत अध्यक्ष, कीर्ति जी व्यास, जिला अध्यक्ष के हस्ते दीप प्रज्ज्वलन एवं श्रीकृष्ण व श्री नटराज के प्रतिमा पर पुष्पार्चन से किया गया पश्चात ध्येय गीत प्रस्तुत किया गया अतिथि मिलिंद जी एवं रिखि जी का स्वागत कीर्ति जी व्यास द्वारा किया गया संस्कार भारती तथा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी उत्सव परिचय दिया गया पश्चात श्रीकृष्ण एवं राधा रूप सज्जा में बने आराध्या,मिष्टि तथा आर्या की सामूहिक आरती उतारकर सम्मान किया गया , 

रिखि जी द्वारा शंख वादन कर भजन प्रस्तुतियों का शुभारंभ किया पहली प्रस्तुति युवा कलाकार अविरल तिवारी ने अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो इतना अच्छा प्रस्तुत किया की श्रोतागण ताली बजाकर साथ देने लगे दूसरा भजन अविरल ने श्रीकृष्ण गोविंद हरे मुरारी उतना ही सुमधुर व जोश में प्रस्तुत कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया भजन की प्रस्तुतियों के साथ चित्रकार राशि शुक्ला श्रीकृष्ण और राधा का चित्र भी बना रही थी द्वितीय कला साधक सपन भट्टाचार्य जी द्वारा भजन जय माधव मदन मुरारी तथा क्षमा करो तुम मेरे प्रभुजी की सु मधुर प्रस्तुति दी तबले पर उतनी ही अच्छी संगत भूपेंद्र साहू जी ने दी वायोलिन पर संगत कीर्ति जी व्यास ने की तृतीय कला साधक परन राज जी भाटिया ने है गोविंद हे गोपाल हे दयालया तथा सबसे ऊँची प्रेम सगाई श्रीकृष्ण पर भावपूर्ण, सुमधुर, भजन की प्रस्तुति दी परन राज जी जब गाते हैं तो जगजीत सिंह जी का आभास होता हैं तबले पर भूपेंद्र जी तथा वायोलिन पर कीर्ति जी व्यास ने संगत की चतुर्थ कला साधक अंचल के प्रसिद्ध कला साधक संदीप जी बोकिलवार ने सखी बाजे पग पेंजनी शास्त्रीय संगीत पर आधारित गीत और साथ में तराना प्रस्तुत किया इतना मधुर और अच्छा प्रस्तुत किया की श्रोता मंत्रमुग्ध हों गए उनकी दूसरी प्रस्तुति तो क्या कहने मधुबन में राधिका नाचे रे और साथ में तराना सुनाया तो श्रोतागण उस कालखंड में चले गए जब ये गीत मोहम्मद् रफी ने कोहिनूर फिल्म में गाया था पंचम कला साधक कीर्ति जी व्यास ने संगीतमय फ्यूजन भजन मीरा बाई पर और स्वरचित भजन श्रीकृष्ण पर प्रस्तुत किया तो श्रोतागण तबले की ताल पर थिरकने के लिए विवश हो गए लग ही नहीं रहा था 81 वर्ष के कीर्ति जी इतना सुमधुर जोश पूर्ण भजन प्रस्तुत कर रहें हैं ये भजन प्रस्तुत करने के बाद कीर्ति जी 18 के लग रहें थे तबले पर भूपेंद्र जी व हारमोनियम पर सपन जी भट्टाचार्य थे सभी भजनों पर ताल वाद्य से माधव जी कुशवाहा ने संगत की प्रस्तुति के पश्चात अतिथि व अध्यक्ष द्वय द्वारासभी कला साधकों का पुष्प देकर सम्मान किया गया राशि शुक्ला की श्रीकृष्ण राधा पर बनी कला कृति का सभी ने अवलोकन कर करतल ध्वनि से उसकी प्रशंसा की 

कार्यक्रम संचालन व आभार प्रदर्शन हेमंत सगदेव ने किया कल्याण मंत्र से उत्सव का समापन हुआ कार्यक्रम में संस्कार भारती से आचार्य महेशचंद्र शर्मा, पुष्पलता  नेतााम ,ज्योति गुप्ता, पल्लवी त्रिवेदी,राजेश धारकर,हेमंत  जगम, भूषण  चिपडे, नरेंद्र  देवांगन, संजय  तनखीवाले ,मनीष जी ताम्रकार,तथा अतिथि गण. में भारतभूषण  परगनिहा, जगजीत सिंह भाटिया,विमान भट्टाचार्य,शोभना  व्यास, देवयानी व्यास,डॉ निर्भय सिंह  उपस्थित थे यह जानकारी मीडिया प्रभारी प्रशांत कुमार क्षीरसागर जीने दी

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