निरक्षरों को साक्षर बनाने पालकों ने लिया संकल्प
"अंडर स्टेंडिंग ऑफ लाइफ लान्ग, लर्निंग फाॅर ऑल" अर्थात् "उल्लास" भारत सरकार की 15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के निरक्षर वयस्कों को साक्षर शिक्षित करने की योजना है -उक्त संदेश स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लालपुर की प्राचार्यं अंजुलता सारस्वत ने दी है , उक्त अवसर पर प्रभारी प्राचार्य सुषमा कुलकर्णी ने डिजिटल युग में निरक्षरता को अभिशाप निरुपित की।
प्रधानपाठक देवेन्द्र अगलावे ने मिडिल स्कूल लालपुर के सभी पालकों को अपने आसपास के निरक्षरों को साक्षर करने हेतु "शपथ" दिलाया। शिक्षक सुभाष साहू ने नवभारत साक्षरता कार्यक्रम का श्लोगन -"जन-जन साक्षर " है बताया। शिक्षक आकेश सिन्हा ने जानकारी दी कि-नवभारत साक्षरता का लोकप्रिय नाम-"उल्लास" है। एएलटी-स्काउट मास्टर हेमधर साहू के द्वारा "उल्लास गीत"नारों , श्लोगनों के माध्यम से पालकों को शिक्षा के महत्व को बताया। संकुल समन्वयक फ्लोरेंस तिर्की ने "साक्षरता सप्ताह" अंतर्गत सेजेस लालपुर में विविध आयोजन, जिलाधीश गौरव कुमार सिंह के मार्गदर्शन, तथा जिला पंचायत रायपुर सीईओ विश्वदीप के निर्देशन तथा जिला शिक्षा अधिकारी विजय कुमार खण्डेलवाल व जिला परियोजना अधिकारी साक्षरता डॉ कामिनी बावनकर, एवं सहायक परियोजना अधिकारी चुन्नी लाल शर्मा के नेतृत्व में सम्पन्न किए जाने की बात कही।
प्राथमिक शाला लालपुर प्रधानपाठक हरीश कटारें के अनुसार निरक्षरों को निकटतम साक्षरता केन्द्र में लाकर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, स्काउट-गाइड, एनसीसी, एनएसएस, के स्वयंसेवक व शिक्षकों की मदद से साक्षर व शिक्षित करना "उल्लास" का उद्देश्य है। उक्त अवसर पर राधा क्षत्रिय, सुजाता देवांगन,अरूण राय, सतीश सोनी, गोकुल साहू, रमाशंकर कश्यप,सोनम यादव,एकेश्वरी श्रीवास,परमजीवन योगाचार्य,चूडामढी नायक,व स्मृति अकादमिक स्टाफ उपस्थित थे।