शाला गांधी विद्या मंदिर में मनाया गया शिक्षक दिवस समारोह
शाला गांधी विद्या मंदिर उच्च. माध्य. विद्यालय दल्ली राजहरा में दिनांक 05/09/24 दिन गुरुवार को शिक्षक दिवस का पर्व, माँ सरस्वती, छतीसगढ़ महतारी और डॉ. राधाकृष्णन जी की पूजा अर्चना कर बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया ।
शाला शिक्षक दिवस समारोह कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शीबू नायर ( अध्यक्ष न. पा. प. द. रा. ), विशिष्ट अतिथि के रूप मे वीरेन्द्र भारद्वाज (जिलाअध्यक्ष श्रमजीवी पत्रकार संघ ), विशेष अतिथि के रूप में चंद्रप्रकाश सिन्हा ( पार्षद वार्ड नं. 14 ) , रेखूराम साहू (सुपरवाइजर स्वास्थ्य विभाग ) उपस्थित रहे एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता युवराज साहू ( अध्यक्ष शाला संचालन समिति ) व शाला की प्राचार्या श्रीमती मंजू गुप्ता ने की तथा कार्यक्रम का संचालन शाला की छात्रा कु. पायल सांवलकर और हिमानी धावड़े ने किया ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शीबू नायर ने अपने उदबोधन में डॉ राधाकृष्णन जी को याद करते हुए शाला के सभी शिक्षकों को बधाई दिये एवं गुरु की महिमा और गौरव का ज्ञान शाला के छात्रों को दिया । तथा शिक्षा के मंदिर को सुविधाजनक बनाने लिए अपने न. पा. प. अध्यक्ष निधि द्वारा शाला के कमरों का आहता निर्माण कर जीर्णोद्धार कराने का कार्य जल्द से जल्द कराने की घोषणा की । अगले उदबोधन में विशिष्ट अतिथि वीरेंद्र भारद्वाज जी ने सभी शिक्षकों का अभिवादन कर उन्हें शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दी और छात्रों के उज्जवल भविष्य के निर्माण में कैसे शिक्षकों का निस्वार्थ योगदान होता है ये छात्रों को बताया । उदबोधन की अंतिम कड़ी में शाला संचालन समिति के अध्यक्ष युवराज साहू ने अपने उदबोधन में शाला के समस्त शिक्षक ,शिक्षिकाओं को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं देते हुए शिक्षकों की तुलना दीपक से की जैसे दीपक स्वयं जलकर अपने चारों ओर प्रकाश का उजियारा करते हैं ठीक वैसे ही शिक्षकगण भी स्वयं तपकर विद्यार्थियों और समाज में ज्ञान का प्रकाश फैलाते हैं । शिक्षक ही ऐसे निर्माणकर्ता है जो छात्रों के माध्यम से देश दुनिया के सफल व्यक्तित्व वाले नागरिकों का निर्माण करते है । शिक्षकों का समाज और राष्ट्र निर्माण मे महत्वपूर्ण योगदान होता है। वे न केवल ज्ञान का प्रसार करते हैं बल्कि विद्यार्थियों के व्यक्तित्व और चरित्र का निर्माण भी करते हैं। शिक्षक छात्रों को सही दिशा में मार्गदर्शन देते हैं, उनमें नैतिक मूल्यता, अनुशासन, व आत्मविश्वास का विकास करते हैं। शाला के सभी उपलब्धियो को याद कराते हुए इस सफलता का श्रेय उन्होंने यहां के शिक्षकों को दिया एवं उनके अतुलनीय योगदान के लिए सभी शिक्षकों का आभार प्रकट किया । तथा अंत मे उन्होंने सभी अतिथियों द्वारा हमारी शाला के प्रति अपना सहयोग रूपी योगदान देने के लिए उनका भी आभार प्रकट किया । ततपश्चात शाला संचालन समिति और पालक शिक्षक समिति द्वारा प्रदत सम्मान स्वरूप भेंट, आज के मुख्य अतिथि शीबू नायर, रेखूराम साहू, वीरेन्द्र भारद्वाज, चंद्रप्रकाश सिन्हा एवं शाला संचालन समिति के अध्यक्ष युवराज साहू के कर कमलों द्वारा शाला के सभी शिक्षकगणों को सम्मान स्वरूप भेंट प्रदान किया गया । इसके अतिरिक्त अपने विशिष्ट योगदान हेतु शाला की वरिष्ठ शिक्षिका श्रीमती बी. के. सार्वा मैडम जी को सर्वश्रेष्ठ शिक्षिका का सम्मान प्रदान किया गया । शिक्षक सम्मानोत्सव उपरांत शाला की वार्षिक परीक्षा एवं अन्य शालेय गतिविधियों में प्रावीण्य स्थान प्राप्त छात्रों को पुरुस्कृत किया गया । इनके अतिरिक्त शाला के वाहन चालक रमेश कुमार एवं शाला के भृत्य श्रीमति पुष्पा बाई, मोहिनी बाई और हेमलता बाई को भी सम्मान भेंट से सम्मानित किया गया । ततपश्चात छात्रों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का संचालन किया गया ।
कार्यक्रम के सफल संचालन में शाला के शिक्षक प्रदीप बंसोड़े , शीतल साहु, खोमलाल, एल.के.धलेंन्द्र , कु. दिनेश्वरी साहू, कु. मधु मिश्रा, श्रीमती बी. के. सार्वा, युवराज साहू, श्रीमती ललिता मरकाम, श्रीमती कुलेश्वरी साहू, कु.अंजू निषाद, कु. प्रीति साहू, श्रीमती पूजा साहू, कु. दिव्या तिवारी , कु.प्रियंका शर्मा, एवं पालक शिक्षक समिति की अध्यक्क्षा श्रीमती राखी देवांगन, उपाध्यक्ष श्रीमती उर्मिला गुप्ता, समिति के सदस्यगण श्रीमती सुनीता साहू ,एवं शाला परिवार के भृत्य श्रीमती पुष्पा निषाद, मोहिनी बाई, हेमलता बाई का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।