शिक्षक दिवस के अवसर पर राज्यपाल शिक्षक सम्मान से अलंकृत होंगे - धर्मेंद्र कुमार श्रवण
मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण शिक्षाश्री से सम्मानित शिक्षाविद् डाॅ.राधाकृष्णन के जन्म दिवस पर राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में राज्यपाल शिक्षक सम्मान से अलंकृत होंगे..।
धर्मेन्द्र कुमार श्रवण ने शिक्षकीय कार्य का शुभारंभ शिक्षक पंचायत के पद को सृजित करते हुए 16 जून 2005 को बालोद जिला के एक मात्र आदिवासी विकासखंड डौण्डी में तन-मन-वचन, कर्मठता व ईमानदारी का परिचय देते हुए शिक्षकीय जीवन का सेवा शुरूआत किया। 2016 में व्याख्याता गणित पर पदोन्नति होकर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खलारी में ज्वाइनिंग लिया । इस तरह से 19 वर्षों के कार्यकाल में विद्यार्थियों के प्रति समर्पण का भाव जागृत रखते हुए आज के परिवेश अनुसार बच्चों के दशा एवं दिशा को सँवारने, सहजेने उनके अंदर छुपी हुई प्रतिभाओं को उकेरने व पल्लवित करने का जो अथक प्रयास अपने सच्चे मन, लगन, सहानुभूति, संघर्ष, परिश्रम व आत्म विश्वास के साथ किया है; निश्चित ही समाज के लिए अनुकरणीय व अनुठी पहल रहा है। उन्होंने विषयाधारित संज्ञानात्मक क्षेत्र के साथ ही साथ सह-संज्ञानात्मक क्षेत्र के हरेक गतिविधियों को सहजता के साथ कराने का अनुपम पहचान सृजित किया है। वह उनके त्याग, तपस्या, संघर्ष व कठिन परिश्रम का प्रतिफल है निश्चित रूप से अतुलनीय व उत्कृष्ट योगदान दिया है।
छ.ग. शासन की विभिन्न शैक्षणिक योजनाओं को क्रियान्वित करने एवं पूर्ण दायित्वों को निर्वहन करने में अहम भूमिका निभाते हुए माध्यमिक शाला तथा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय स्तर पर सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत बालिका शिक्षा पर आधारित मीना मंच का गठन, शाला प्रवेशोत्सव के तहत शून्य प्रतिशत शाला त्यागी, बच्चों के दर्ज संख्या में उत्तरोतर वृद्धि एवं शत्-प्रतिशत् परीक्षाफल परिणाम, महिला उन्मुखीकरण कार्यक्रम, स्वास्थ्य प्रशिक्षण,आई सी टी प्रशिक्षण , महिला उन्मुखीकरण, पुस्तक वाचन, मध्यान्ह भोजन का सफल संचालन, शैक्षिक खेलकूद योग एवं व्यायाम प्रशिक्षण, लेझिम डम्बल्स का शानदार व बेहतरीन प्रदर्शन एवं सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन के तहत गणित जैसे मुख्य विषय का मास्टर ट्रेनर तथा भारत निर्वाचन कार्यक्रम के अंतर्गत जैसे लोकसभा, विधानसभा एवं त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव में जिला व विकासखंड स्तरीय प्रशिक्षक के रूप में विशेष उल्लेखनीय कार्य कर गौरवान्वित करने में भूमिका का निर्वहन किया है।
इसके अतिरिक्त शाला की साज-सज्जा सजावट कार्य, बागवानी कार्य, कीचन गार्डन, राष्ट्रीय एकता को सुदृढीकरण करने हेतु जन-जागरूकता रैली का आयोजन, देश के महान विभूतियों के जयंती व पुण्य तिथि समारोह पर विविध रंगारंग कार्यक्रम जैसे:- वाद-विवाद, कविता वाचन, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता,निबंध लेखन, सेमीनार, चित्रकला व पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन करना, युवा कैरिअर निर्माण गाइडेंस प्रशिक्षण कार्यशाला, राष्ट्रीय अविष्कार के तहत शैक्षणिक भ्रमण, सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत विविध विधाओं में मार्गदर्शन का कार्य एवं मंच संचालन का बखूबी से पालन करना, प्रश्नोत्तरी ज्ञान प्रतियोगिता परीक्षा का सफल आयोजन, पर्यावरण संरक्षण पर शाला स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक नाटकीय मंचन, सामुदायिक सहभागिता, इंस्पायर अवार्ड विज्ञान मॉडल का शालेय स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक प्रदर्शनी, कबाड़ से जुगाड, लोक कला महोत्सव कार्यक्रम में मार्गदर्शन की अहम् भूमिका का निर्वहन, वृक्षारोपण कार्य, निर्धन असहाय, दिव्यांग व आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को निःशुल्क गणवेश, टाई-बेल्ट बैज तथा कोरोनाकाल के समय क्वारेंटाइन सेन्टर में कोरोना मरीजों को निःशुल्क फल-सब्जी, खाद्य पदार्थ, राशन सामान, सेनेटाइजर, नोज-मास्क, हैण्ड-वॉश लिक्वड का निःशुल्क वितरण मानव कल्याणार्थ कार्य किया गया।
कोराना जैसे महामारी के रोकथाम व नियंत्रण की दृष्टिगत रखते हुए पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम के तहत नव-प्रवेशी बच्चों के घर पहुंच सेवा देकर दाखिला दिलाना, ऑनलाइन तथा ऑफलाइन अध्ययन-अध्यापन कार्य हेतु समर्पण भाव, साहित्य के क्षेत्र में कहानी, कविता, गीत, निबंध लेखन कार्य करना। उपचारात्मक शिक्षण में विशेष योगदान देने सफलीभूत रहे हैं ।
इस तरह से धर्मेन्द्र कुमार श्रवण जी शैक्षिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, साहित्यिक, धार्मिक, आध्यात्मिक व विविध क्षेत्रों में अपने मेहनत के बल पर एवं शिक्षकों के सहयोग से तथा विद्यार्थियों के प्रति समर्पण व निष्ठा भाव के साथ पूरी ऊर्जा व ताकत के साथ कसौटी पर खरा उतरें । सरकारी तथा गैर सरकारी संस्था एवं विभिन्न पंजीकृत प्रतिष्ठित संस्थानों व मंचों से सम्मानित, अलंकृत व उपाधि से नवाजे जा चुके हैं। छत्तीसगढ़ शासन कैबिनेट मंत्रियों के कर कमलो द्वारा उत्कृष्ट शिक्षा व साहित्य के क्षेत्रों में अपने अंतःकरण की ज्ञान पुंज से आलोकित करने व विचारों को पल्ल्वित करने वाले, उल्लेखनीय व प्रशंसनीय योगदान में सहभागिता का परिचय व शिक्षा जगत में बच्चों के भावी जीवन को गढ़ने, तराशने व सँवारने वाले विभिन्न क्षेत्रों में दशा व दिशा का निर्धारण कर मार्गदर्शक के रूप में कार्य करने वाले ऐसे बहु-आयामी प्रतिमा के व्यक्तित्व के धनी धर्मेन्द्र कुमार श्रवण व्याख्याता (गणित) शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खलारी विकासखंड-डौंडी को छ.ग. शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा उन्हें विशिष्ट प्रतिभा सम्पन्न शिक्षक के रूप में उत्कृष्ट कार्य हेतु राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान 2024 हेतु समाज की बहुमूल्य सेवा के लिए श्रवण जी को छत्तीसगढ़ प्रदेश के राजधानी रायपुर में राजभवन के दरबार हॉल में महामहिम राज्यपाल रामेन डेका एवं माननीय मुख्यमंत्री विष्णु देव साय छ.ग. शासन के करकमलों द्वारा सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णन के जन्म दिवस के पावन अवसर पर शिक्षक दिवस 5 सितम्बर 2024 को राज्य स्तरीय उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान पुरस्कार से सम्मानित किये जायेंगे..।
इसके इस उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त करते हुए बालोद जिला के कलेक्टर महोदय इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल, ज़िला शिक्षा अधिकारी पी. सी. मरकले , विकासखंड शिक्षा अधिकारी जे.एस. भारद्वाज , संस्था के प्राचार्य श्रीमती एस.जाॅनसन , एवं समस्त शिक्षक स्टाफगण, विकासखंड स्त्रोत समन्वयक सच्चिदानंद शर्मा, संकुल समन्वयक नन्नू धनकर एवं जिला के समस्त शिक्षकगण शुभकामनाएं एवं बधाइयां संप्रेषित की है ।