राष्ट्रीय हिंदी सेवी सम्मान से राजधानी दिल्ली में सम्मानित हुए 'हरिप्रेम' मेहरा
आमला: राष्ट्रीय हिंदी दिवस (14 सितंबर 2024) के अवसर पर राजधानी दिल्ली में युगपुरुष अटल बिहारी वाजपेयी सेवा संस्थान, दिल्ली एवं प्रेरणा प्रचारिणी सभा, भारत तथा सम्बद्ध लोक संचेतना फाउंडेशन भारत की शाखा जबलपुर के संयुक्त तत्वाधान में हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने के उद्देश्य से सम्पूर्ण भारतवर्ष से पधारे हिंदी प्रेमियों व वरिष्ठ कवि, कवियित्रियों और साहित्यकारों, पत्रकारों एवं राजधानी के विद्वतजनों की मौजूदगी में आयोजित सभा के दौरान "हिंदी राष्ट्रभाषा हो, हिंदी है हम" विषय पर अपने विचार रखने के लिए मध्यप्रदेश के बैतूल जिला के आमला शहर के मिलनसार, मृदुभाषी एवं सादा जीवन उच्च विचार से परिपूर्ण कलमकार डॉ. हरिदास बड़ोदे 'हरिप्रेम' मेहरा
(शिक्षक/कवि/गीतकार/लेखक/साहित्यकार) को स्थल जंतर मंतर, दिल्ली में अंगवस्त्र और मेडल पहनाकर सम्मानित किया गया। तथा करोल बाग, दिल्ली में आयोजित विशाल अधिवेशन राष्ट्रीय कवि सम्मेलन में राष्ट्र को समर्पित "हिंदी मेरी शान है" नामक स्वरचित मौलिक रचना का काव्य पाठ कर राष्ट्र के लिए हिंदी के प्रति समर्पण की भावना के साथ "जय हिंद, जय भारत, जय हिंदी" नारे के उदघोष के लिए "राष्ट्रीय हिंदी सेवी सम्मान-2024" से सम्मानित किया गया है।
इस ऐतिहासिक अवसर पर नेपाल से पधारे मुख्य अतिथि डॉ. देवी पन्थी एसोसिएट प्रोफेसर, त्रिभुवन विश्वविद्यालय व अध्यक्ष चारु साहित्य प्रतिष्ठान संस्थान, नेपाल एवं अध्यक्षता डॉ. घनश्याम न्योपाने 'परिश्रमी' एसोसिएट प्रोफेसर, त्रिभुवन विश्वविद्यालय एवं कुलपति बर्दघाट प्रज्ञा प्रतिष्ठान नवलपरासी, नेपाल व विशिष्ट अतिथि डॉ हरेन्द्र हर्ष, बुलंदशहर तथा संस्थान के राष्ट्रीय संस्थापक कवि संगम त्रिपाठी, राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. धर्मप्रकाश वाजपेयी, राष्ट्रीय महासचिव प्रदीप मिश्र 'अजनबी' के द्वारा मां सरस्वती देवी के छायाचित्र पर माल्यार्पण व सरस्वती वंदना कर विराट राष्ट्रीय कवि सम्मेलन की शुरुआत की गई। क्रमशः स्वागत बेला, पुस्तक विमोचन व काव्य पाठ करने पश्चात अतुलनीय साहित्यकार सम्मान से गौरवान्वित किया है। इस ऐतिहासिक अवसर और राजधानी दिल्ली सहित विश्व साहित्य पटल पर आमला शहर का नाम रोशन करने के लिए सभी ईष्ट मित्रों, रिश्तेदार, परिवार और नगरवासियों के द्वारा ढेरों बधाईयां व शुभकामनाएं दी है।