श्री गणेश चतुर्थी पर विशेष पूजा अर्चना मूर्ति प्रतिमा स्थापित कर धूमधाम से मनाई गई
श्री गणेश चतुर्थी पर विशेष पूजा अर्चना मूर्ति प्रतिमा स्थापित कर धूमधाम से मनाई गई गणेश चतुर्थी सात प्रिय भोग अर्पित करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है श्री गणेश भक्त प्रशांत कुमार क्षीरसागर अपने सभी मित्रों को भेजें परिवार श्री गणेश चतुर्थी की बधाई शुभकामनाएं
हिंदू धर्म में गणेश चतुर्थी का बड़ा खास महत्व है। यह पर्व बप्पा को पूर्ण रूप से समर्पित है। इस बार गणेश महोत्सव (गणेश चतुर्थी- २०२४) की शुरुआत 7 सितंबर सितंबर को दोपहर ०३ बजकर ०१ मिनट पर होगी। ऐसा कहा जाता है कि भगवान गणेश की पूजा करने से जीवन के सभी विघ्नों का अंत होता है। साथ ही जीवन में शुभता आती है।
गणेश चतुर्थी, जिसे गणेश महोत्सव के नाम से भी जाना जाता है, यह सनातन धर्म के सबसे प्रमुख और पूजनीय त्योहारों में से एक है। यह बप्पा के जन्म का प्रतीक है। ऐसा कहा जाता है कि इस दौरान बप्पा की पूजा करने से सभी बाधाओं का नाश होता है, जो लोग इस व्रत का पालन करते हैं, उन्हें पवित्रता और कुछ पूजन नियमों का पालन भक्ति भाव के साथ करना चाहिए। इससे जीवन में समृद्धि आती है। अमंगल को दूर करने वाले भगवान गणेश जी की असीम कृपा प्राप्त होती है इसीलिए इन्हें मंगल का दाता कहा जाता है प्रेम से बोलिए गजानन भगवान की जय। भाद्रपद मास की शुक्लपक्ष की चतुर्थी के दिन गणेश चतुर्थी का पर्व यानि गणेशजी का जन्मदिवस बड़े धूमधाम के साथ मनाया जाता है।
भगवान गणेश, जिन्हें विघ्नहर्ता और सुखकर्ता के नाम से जाना जाता है, अपने भक्तों से विशेष प्रेम रखते हैं और उनकी पूजा में अर्पित किए गए भोग उन्हें अत्यधिक प्रिय होते हैं। शास्त्रों के अनुसार, भगवान गणेश को मोदक, लड्डू और अन्य मिठाइयों का अत्यधिक प्रिय भोग माना जाता है . मोदक,लड्डू,दूर्वा,गुड़धानी,पान और,सुपारी,फल,खीर का प्रसाद चढ़ाने से मनवांछित फल की प्राप्ति होता है सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है जीवन सफल हो जाता है गणपति बप्पा मोरिया गणपति बप्पा मोरिया श्री गणेशाय नमः