"धोबी समाज बिलासपुर संभाग की बैठक संपन्न"
दिनांक-27 -10 - 2024, दिन- रविवार, सुबह-11:00 से दोपहर 3:00 बजे तक, धोबी समाज बिलासपुर संभाग के समस्त फिरकों- झेरिया, बैसवारा, कन्नौजे, देशहा एवं रजक समाज के सम्मानित पदाधिकारीयों एवं सदस्यों की अति महत्वपूर्ण संभागीय बैठक, "डिपूपारा तालाब के सामने, तारबाहर, वार्ड नंबर 29, बिलासपुर में स्थित, रजक समाज के "सामुदायिक भवन" में संपन्न हुई!
सर्वप्रथम संत गाडगे बाबा के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर पूजा अर्चना की गई! तत्पश्चात "एक समाज एक संगठन" के सूत्र वाक्य को "मूर्त रूप" प्रदान करने के उद्देश्य से गंभीर चिंतन-मनन एवं विचार- विमर्श करते हुए, सभी ने अपनी सहमती प्रदान की!
पूजा अर्चना के पश्चात सर्वसम्मति से "धोबी समाज बिलासपुर संभाग" के संचालन हेतु "संयोजक मंडल" का गठन किया गया एवं निम्नलिखित प्रस्ताव पारित किया गया:-
1- सभी फिरको की पंच- पंचायत की पुरानी व्यवस्था पर हमें दखल नहीं देना है!
2-अगले चरण में जिला एवं परिक्षेत्र में प्रवास कर बैठक करना है एवं प्रचार प्रसार करना है!
3- छत्तीसगढ़ के सभी पांचो संभाग :- बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग, सरगुजा एवं बस्तर के सभी फिरकों को मिलाकर "संयुक्त धोबी समाज" का प्रदेश स्तरीय "एक संगठन" तैयार कर, वर्तमान में संचालित "धोबी समाज" के सभी प्रदेश स्तरीय संगठनो के मुख्य पदाधिकारीयों को एक मंच पर आमंत्रित कर, प्रजातांत्रिक तरीके से "प्रदेश अध्यक्ष एवं अन्य प्रदेश पदाधिकारीयों का चुनाव किया जाएगा!
4- संगठन का संविधान बनाकर, यदि आवश्यकता हुई तब नया पंजीयन की कार्यवाही करने का निर्णय लिया गया!
5- प्रदेश के धोबी समाज में केंद्र एवं राज्य सरकारों की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने जागरूकता अभियान एवं राजनैतिक ताकत बढ़ाने हेतु कार्यक्रम, युवक-युवती "परिचय सम्मेलन एवं सामूहिक विवाह" का आयोजन, शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने एवं खिलाड़ियों को प्रोत्साहन, प्रतिभाशाली बच्चों तथा सामाजिक सरोकार के कार्य संपादित करने का निर्णय लिया गया!
सभी उपस्थित सदस्यों ने खड़े होकर, दोनों हाथ ऊपर उठाकर यह संकल्प लिया कि आपसी मतभेद भुल कर, पूर्ण समर्पण एवं त्याग की भावना एवं सच्चे मन से "धोबी समाज के एकता एवं विकास तथा उत्थान हेतु, तन-मन-धन से सहयोग करते हुए एवं अन्य समाज के लोगों के सामने गर्व से कहना है कि "हां मैं धोबी हूं" की भावनाओं को व्यक्त किया गया!
बैठक में सभी फिरकों के निम्नलिखित पदाधिकारी एवं सदस्यगण उपस्थित थे :-
भागबली निर्मलकर,चैतराम निर्मलकर, माखनलाल निर्मलकर, राजेश रजक कृष्ण कुमार निर्मलकर, जनाराम कर्ष, पुरुषोत्तम रजक, डॉक्टर महेंद्र निर्मलकर, विनोद जवाहर, प्रेमलाल निर्मलकर, क्रांति निर्मलकर, अश्वनी रजक, शिवचरण रजक, संतोष रजक, प्रदीप सोनसर्व, हिंसाराम निर्मलकर, चमन रजक, रामायण रजक, दिनेश निर्मलकर, दिलीप रजक, अशोक निर्मलकर, डॉ वीरेंद्र निर्मलकर, परदेसी निर्मलकर, धनीराम निर्मलकर, दिलहनलाल रजक, मनहरण लाल निर्मलकर, खेदुरम निर्मलकर, भागीराम निर्मलकर, सुनील रजक, संतोष कुमार कर्ष, मिलापराम बरेठ, विश्वकांत निर्मलकर, दिनेश (बबलू) निर्मलकर, राजकुमार रजक (राजू), किशन रजक, बिहारी लाल रजक, दिनेश रजक, भागवत प्रसाद रजक, हरप्रसाद रजक, रिशु निर्मलकर, विवेक निर्मलकर (छोटू) एवं प्रभात सोनछत्र आदि बड़ी संख्या में स्वजातीय गण उपस्थित थे!
बैठक का संचालन, राजेश रजक ने एवं आभार प्रदर्शन विश्वकांत निर्मलकर (विश्वा) ने किया!