मैथमैटिकल माॅडलिंग एंड कम्प्यूटेशनल थिंकिंग कॉम्पीटिशन में धर्मेंद्र कुमार श्रवण का राज्य स्तरीय के लिए चयन
जोन स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी एवं पश्चिम भारत विज्ञान मेला 2024 का आयोजन शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय शंकर नगर रायपुर में आयोजित हुआ । राज्य शैक्षिक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान परिषद रायपुर के तत्वाधान में विज्ञान, गणित एवं पर्यावरण प्रदर्शनी का मुख्य कथानक सतत् भविष्य के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के साथ सात उप विषय जैसे आपदा प्रबंधन, संसाधन प्रबंधन, अपशिष्ट प्रबंधन , प्राकृतिक खेती, संचार एवं परिवहन, मैथमेटिकल माॅडलिंग एंड कंप्यूटेशनल थिंकिंग जैसे टी. एल.एम.अर्थात् सहायक शिक्षण सामग्री विधा पर धर्मेंद्र कुमार श्रवण का स्थान प्रथम रहा ..। गणित के कक्षा 9 वीं से लेकर कक्षा 12वीं तक के बच्चों के लिए बेहतरीन सहायक शिक्षक सामग्री जो
त्रिकोणमितीय अनुपात के मान ज्ञात करने पर आधारित था ।उन्होंने बाएं हाथ के हथेली के माध्यम से पांचों उंगलियों के कनिष्क, अनामिका, मध्यिका , तर्जनी और अंगूठा पर त्रिकोणमिति अनुपात थीटा का मान 0, 30 45 60 और 90 अंश के मान को उंगलियों के माध्यम से sin , cos व tan थीटा का वैल्यू निकालने का बहुत ही सरल व सहज तरीका से उन्होंने त्रिकोणमितिय अवधारणा को बताने में सफल रहा । जैसे काॅस थीटा का मान ज्ञात करने का उन्होंने जो सूत्र दिया वह यह है कि जिस उंगली का मान 0, 30 45 60 और 90 के रुप में ज्ञात करने का होता है उन्हें छोड़कर ऊपर के उंगलियों की संख्या का वर्गमूल* को 2 से भाग देने पर प्राप्त मान काॅस थीटा का मान होता है ऐसी ही आइडिया साइन थीटा के लिए नीचे के उंगलियों के संख्या का वर्गमूल को 2 से विभाजित करने पर प्राप्त मान साइन त्रिकोणमितिय अनुपात के लिए मान निकाला जाता है .. और टेन थीटा का मन भी ऊपर के उंगलियों की संख्या का वर्गमूल को नीचे की उंगलियों की संख्या की वर्गमूल से भाग देने पर प्राप्त मान tan थीटा के लिए निर्धारित मान होता है।
उन्होंने चार्ट पेपर पर बाएं हथेली का चित्र बनाकर चित्र के माध्यम से बताने का बेहतरीन तरीका उन्होंने गणितीय अवधारणाओं को समझाने में सफल रहा ..
इसी तरह उनका द्वितीय सहायक शिक्षक सामग्री के रूप में किसी समतल पर कोई वस्तु या ऑब्जेक्ट की स्थिति का निर्धारण करने के साथ ही दशा व दिशा की जानकारी प्रदान करने का बेहतरीन व अद्भुत तरीका बताया गया जो कि जज़ेस् ने प्रशंसनीय योगदान हेतु बधाईयां दी । कबाड़ से जुगाड़ जैसे :- सामग्री का उपयोग कर कार्तिय समतल ( Cartesian plane) पर ग्राफ पेपर के माध्यम से समझाने में सफल रहे ... उन्होंने ग्राफ पेपर पर एक X-अक्ष जिसको क्षैतिज अक्ष तथा Y- अक्ष जिन्हें ऊर्ध्वाधर अक्ष कहा जाता है जब दोनों अक्ष एक दूसरे को जिस बिंदु पर प्रतिच्छेद करती है उन्हें ही मूल बिंदु कहा जाता है और उनकी जो निर्देशांक स्थिति (0,0) होती है ।
इस तरह से ग्राफिकल मैथड के माध्यम से किसी भी बिंदु या ऑब्जेक्ट की स्थिति का निर्धारण करने का तरीका के साथ ही साथ दो बिंदुओं के बीच की दूरी ज्ञात करने तथा दो चरीय रैखिक समीकरण का अनुप्रयोग जैसे प्रतिच्छेद, समांतार,व संपाती रेखाओं का सहज व सरल तरीका गणितीय अवधारणा को समझने में सफलीभूत रहा । उन्होंने बिंदु का निर्देशांक ज्ञात करने के लिए वेस्टेज चमकीला मोती दानों का उपयोग किया गया और ग्राफिकल लाइन को समझाने के लिए नायलॉन धागा का प्रयोग किया गया और उसे समतल के चार भागों पर विभाजित किसी भी बिंदु को रख देने से वह बालक आसानी से समझ सकते हैं और उनके निर्देशांक स्थिति को बता सकता है ..
तीसरा सहायक शिक्षक सामग्री का उन्होंने प्रयोग करने का तरीका इलेक्ट्रॉनिक मॉडल के सहारे से उचित संबंध जोड़ने का खेल-खेल में सीखने का सरल तरीका उन्होंने बताया जो कि सही उत्तर पर भौतिक के नियम के अनुसार सर्किट पूर्ण होने पर लगाई गई बल्ब जल जाती है तो इससे यह पता चलता है कि उत्तर सही है उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक मैचिंग मैथमेटिकल मॉडल का प्रयोग उन्होंने किया और निर्णायकों के पूछे गए हर प्रश्नों का जवाब उन्होंने बखूबी से दिया गया ।
इस तरह से गणितीय सहायक शिक्षण सामग्री में धर्मेंद्र कुमार श्रवण प्रथम स्थान आने पर राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद रायपुर के सहायक प्राध्यापक श्री के. के. शुक्ला , आलोक कुमार शर्मा जोनल अधिकारी एवं प्राचार्य शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय रायपुर, विज्ञान प्रदर्शनी एवं पश्चिम भारत विज्ञान मेला समन्वयक डॉ.श्रीमती अर्चना वर्मा एवं अन्य प्रतिष्ठित सम्मानीयों के करकमलों द्वारा मोमेंटो, गुलदस्ता एवं प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित करते हुए हर्ष व्याप्त कर बधाइयां संप्रेषित किया गया। अब यह सहायक शिक्षक सामग्री राज्य स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी मेला अंबिकापुर छत्तीसगढ़ में 15 व 16 अक्टूबर को होने वाले कार्यक्रम में शामिल होगे ।