पहाड़ी उत्तराखंड रैपर संजीत सकलानी: एक नई आवाज
उत्तराखंड की खूबसूरत वादियों में एक युवा कलाकार ने अपने संगीत के जरिए राज्य का नाम देशभर में ऊंचा किया है। संजीत सकलानी, जिन्हें लोग 'पहाड़ी ब्रदर्स' के नाम से भी जानते हैं, उत्तराखंड की संस्कृति और समस्याओं को अपने रैप के जरिए पेश कर रहे हैं। उनके गाने न केवल मनोरंजन के लिए होते हैं, बल्कि इनमें एक गहरा संदेश होता है जो युवाओं को सोचने पर मजबूर करता है।
संजीत सकलानी, जो पहाड़ी संगीत और रैप को नई पहचान दे रहे हैं, उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के सकलाना गांव से ताल्लुक रखते हैं। उनका जन्म राजस्थान के श्रीगंगानगर में हुआ था, लेकिन पिछले 18 सालों से वे दिल्ली में रह रहे हैं। दिल्ली की तेज रफ्तार जिंदगी के बावजूद संजीत ने अपने पहाड़ी संस्कृति और जड़ों से नाता बनाए रखा है, जो उनकी कला और संगीत में साफ झलकता है।
संजीत सकलानी ने रैप और हिप-हॉप को पहाड़ी शैली में ढाला और अपनी आवाज के जरिए उत्तराखंड की संस्कृति, भाषा और समस्याओं को लोगों तक पहुँचाया। उनके गीतों में पहाड़ों की खूबसूरती, लोगों की मेहनत, संघर्ष, और जीवनशैली की झलक मिलती है। उनकी रचनाएँ केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि एक संदेश भी देती हैं, जिसमें समाज में हो रही असमानताओं और मुद्दों को उठाया गया है। उन्होंने अपने गानों में बेरोजगारी, पलायन, और पर्यावरण जैसे मुद्दों को प्रमुखता दी है। संजीत का मानना है कि संगीत एक ताकतवर माध्यम है, जिसके जरिए वे लोगों तक अपना संदेश पहुंचा सकते हैं। उनके गाने युवाओं को सोचने और समाज के लिए कुछ करने के लिए प्रेरित करते हैं।
दिल्ली में रहकर भी संजीत ने अपने गांव और संस्कृति से जुड़े रहने का प्रयास किया है। अपने म्यूजिक के माध्यम से वे उत्तराखंड के युवाओं को प्रेरित कर रहे हैं और उन्हें अपनी सांस्कृतिक धरोहर से जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। संजीत के फैंस को उनके गानों में अपनी मिट्टी की खुशबू और अपने संघर्षों की कहानियाँ सुनने को मिलती हैं।
संजीत का सपना है कि वे उत्तराखंड के संगीत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाएँ। उनकी मेहनत और लगन उन्हें एक नई ऊँचाई पर लेकर जा रही है और यह तय है कि आने वाले समय में वे उत्तराखंड के म्यूजिक इंडस्ट्री का एक महत्वपूर्ण चेहरा बनेंगे। और वे इसमें निरंतर सफल हो रहे हैं। संजीत का सफर उत्तराखंड के युवाओं के लिए एक प्रेरणा का स्रोत है और उनकी सफलता इस बात का सबूत है कि कठिनाइयों के बावजूद, कड़ी मेहनत और समर्पण से सब कुछ हासिल किया जा सकता है।