स्टील सिटी भिलाई तुलसी विवाह देव उठानी एकादशी पर्व पर तुलसी विवाह उत्साह खुशी के साथ मनाया गया
स्टील सिटी भिलाई तुलसी विवाह देव उठानी एकादशी पर्व पर तुलसी विवाह उत्साह खुशी के साथ मनाया गया तुलसी विवाह खूब पूजा सामग्री सिंघाड़ा नारियल गन्ना सुंदर मंडप सजाकर हिंदू रीति रिवाज से तुलसी विवाह पूजा अर्चना की की गई आज भिलाई स्टील सिटी में फल फूल गन्ना पूजा सामग्री की खूब बिक्री हुई आज घर में सुंदर रंगोली से घर के द्वारा सुंदर को सजाया गया सुंदर लाइटिंग प्रकाश झालर लगाकर प्रकाश घर को सजाया गया दीप जलाकर पूजा अर्चना की गई सुंदर तुलसी विवाह का मंडप सजाया गया एवं तुलसी माता देवी पर सुहाग की सामग्री चढ़ाई गई।
गमला पर शालिग्राम जी को रखा गया हल्दी फुल हरी लाल चूड़ी श्रृंगार का सामान चुनरी तुलसी माता को सजाया गया महाराष्ट्रीयन समाज उषा प्रशांत क्षीरसागर तुलसी विवाह के अवसर पर मंडल अष्टक शादी के गीत गाकर तुलसी विवाह का कार्यक्रम संपन्न हुआ महाराष्ट्रीयन पद्धति से तुलसी विवाह के आरती दीपों से पूजा अर्चना की गई तुलसी माता और भगवान विष्णु के शालिग्राम के स्वरूप के साथ तुलसी विवाह कार्यक्रम संपन्न हुआ सभी भक्तों को प्रसाद बांटा गया ढोल बजाकर मंगल गीत पटाखे फोड़ कर तुलसी विवाह खुशी यह पर्व मनाया गया।
हिंदू पंचांग के अनुसार हर वर्ष कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी, जिसे देवउठनी, देवोत्थान और देवप्रबोधिनी के नाम से जाना जाता है तुलसी विवाह का आयोजन किया जाता है। हिंदू धर्म के अनुसार सृष्टि के पालनहार श्रीहरि भगवान विष्णु देवउठनी एकादशी पर चार महीने की अपनी योगनिद्रा से जागते हैं। भगवान विष्णु के जागने पर इस दिन तुलसी विवाह किया जाता है। भगवान विष्णु के शालिग्राम स्वरूप संग तुलसी विवाह विधि-विधान के साथ किया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार देवउठनी एकादशी पर तुलसी विवाह करना बहुत ही शुभ और मंगलकारी माना जाता है। देवउठनी एकादशी पर सृष्टि के पालनहार भगवान विष्णु के शालिग्राम स्वरूप के साथ तुलसी जी का विवाह कराने पर सभी तरह के कष्टों से मुक्ति मिलती और भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है।