धमतरी से कोंडागांव तक नई रेल लाइन की सर्वे को मिली मंजूरी कांकेर सांसद भोजराज नाग के सवाल पर रेल मंत्री ने लोकसभा में जानकारी दी
दुर्गूकोदल / कांकेर 6 दिसंबर 2024 धमतरी से कोंडागांव तक नई रेल लाइन के सर्वे को मिली मंजूरी रावघाट-जगदलपुर ट्रैक को लेकर भी आया । छत्तीसगढ़ में रेल कनेक्टीविटी बढ़ाने पर लगातार काम हो रहा है। इस बीच छत्तीसगढ़ में एक नई रेलवे लाइन के लिए सर्वे को मंजूरी मिल गई है। धमतरी से कोंडागांव तक 183.19 किमी नई रेलवे लाइन के लिए रेल मंत्रालय द्वारा सर्वे को मंजूरी दी गई है। बुधवार को केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक सवाल के जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने रावघाट परियोजना पर भी लेटेस्ट अपडेट साझा किया। दरअसल कांकेर सांसद भोजराज नाग ने लोकसभा में प्रश्व रखा कि क्या धमतरी रेलवे लाइन को कांकेर शहर से छत्तीसगढ़ के जादलपुर तक विस्तारित करने का कोई प्रस्ताव है, यदि हां, तो इसका ब्यौरा क्या है? सांसद भोजराज नाग के सवाल पर केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अपना जवाब सदन में रखा। इस दौरान उन्होंने बताया कि रेल मंत्रालय द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य के कांकेर जिले में रेल कनेक्टिविटी में सुधार लाने के लिए कदम उठाए हैं। इसके तहत, दल्लीराजहरा-रावघाट- जगदलपुर रेल लाइन परियोजना (कुल लंबाई 235 किमी) को दो चरणों में क्रियान्वित किया जा रहा है। रावघाट परियोजना 77 किमी पूराकेन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि दल्लीराजहरा से रावघाट 95 किमी का प्रथम चरण पूर्णता की ओर है। इस चरण में दल्लीराजहरा से ताडोकी तक 77 किमी तक की लाइन चालू कर दी गई है। इस परियोजना पर 31 मार्च 2024 तक कुल 1028करोड़ का व्यय किया जा चका है। इसी प्रकार रावघाट प्रथम चरण पूर्णता की ओर है। इस चरण में दल्लीराजहरा से ताडोकी तक 77 किमी तक की लाइन चालू कर दी गई है। इस परियोजना पर 31 मार्च 2024 तक कुल ?1,028 करोड़ का व्यय किया जा चुका है। इसी प्रकार रावघाट से जगदलपुर 140 किमी तक रेलवे लाइन दूसरे चरण में बिछाई जानी है। इसके लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर ली गई है। धमतरी से कोंडागांव तक 183.19 किमी बिछेगी रेल लाइनरेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि इसके अतिरिक्त कांकेर जिले की रेल कनेक्टिविटी को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए, धमतरी से कोंडागांव तक 183.19 किमी नई रेल लाइन के लिए सर्वेक्षण स्वीकृत किया गया है। यह नई लाइन बंस्कोट और अमरावती होते हुए गुजरेगी। इस रेलवे ट्रैक का काम पूरा होने के बाद कांकेर क्षेत्र में आर्थिक और सामाजिक विकास को प्रोत्साहन मिलेगा। साथ ही लोगों की आवाजाही को सुगम बनाने में अहम भूमिका निभाएगी।