साइबर अपराध रोकने पुलिस व बैंक समन्वय बनाकर कार्य करें - डॉ. प्रतीक उमरे
दुर्ग नगर निगम के पूर्व एल्डरमैन भाजपा नेता डॉ.प्रतीक उमरे ने कहा कि दुर्ग जिले में बढ़ रहे साइबर अपराध पर अंकुश लगाने व साइबर अपराध से संबंधित मामले का ठोस अनुसंधान समय सीमा के अंदर किए जाने के उद्देश्य से पुलिस व बैंक को समन्वय बनाकर कार्य करने की आवश्यकता है। बैंक पदाधिकारियों से अपेक्षित सहयोग नहीं मिलने के कारण साइबर अपराध से संबंधित मामले के निष्पादन में पुलिस पदाधिकारी को कई प्रकार की परेशानी होती है और अनुसंधान के लिए वक्त भी ज्यादा लगता है। इसलिए पुलिस अधीक्षक को हर महीने बैंक प्रबंधकों के साथ समन्वय स्थापित करने बैठक आयोजित करना चाहिए। साइबर अपराधों की रोकथाम में पुलिस और बैंक के बीच बेहतर समन्वय आवश्यक है।इससे न केवल ठगी किए गए पैसे को तेजी से वापस दिलाने में मदद मिलेगी, बल्कि साइबर अपराधियों को जल्द गिरफ्तार कर न्याय के दायरे में लाने में भी सफलता मिलेगी तथा जिले में साइबर अपराधों पर नियंत्रण पाया जा सकेगा। साइबर धोखाधड़ी के मामलों में कुल गिरफ्तारियां पुलिस द्वारा दर्ज किए गए कुल मामलों का 1 प्रतिशत भी नहीं हैं।इन साइबर धोखाधड़ी के पीछे के व्यक्तियों को गिरफ्तार करने में बड़ी चुनौती धीमी गति से जांच भी है। ऑनलाइन फ्रॉड को कम करने के लिए बैंक महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते है,क्योंकि ऐसे कई मामले हैं,जिनमें ठगों ने जिन खातों में पैसे ट्रांसफर किए हैं,उन्हें पुलिस ने होल्ड कराया है,ऐसे खातों से पैसों को कैसे वापस पीड़ितों तक पहुंचाया जाए पुलिस और बैंक को समन्वय स्थापित कर इसकी भी व्यवस्था सुनिश्चित करनी चाहिए।