संस्कार, नैतिक शिक्षा की कमी एवं बुरे संगति के कारण बच्चों में अपराध बढ़ रहे है : देवी भूमिका
शासकीय हाई स्कूल चंदन बिरही जिला बालोद में नैतिक शिक्षा एवं बाल संरक्षण अधिनियम पर परिचर्चा हुई
जिसमें देवी भूमिका जी ने कहा की आजकल विद्यार्थी जीवन में अनुशासन एवं संस्कार के साथ नैतिक शिक्षा का समावेश नहीं होने के कारण बच्चों में अपराध बढ़ रहे है छोटे-छोटे उदाहरण के माध्यम से बच्चों को प्रोत्साहित किया की कैसे समाज में अच्छे व्यक्तित्व के साथ अच्छे विद्यार्थी एवं जीवन में सफलता प्राप्त किया जाए जीवन में अनुशासन का बहुत ही महत्व होता है जैसे की ट्रेन अनुशासित होकर पटरी पर चलती है तो अपने मंजिल में पहुंचती है लेकिन जैसे ही ट्रैक से भटकती है तो दुर्घटना हो जाती है और मंजिल तक पहुंच नहीं पाती।
इसी प्रकार हमें भी जीवन में अनुशासन का पालन करते हुए कार्य करना चाहिए जिससे हम सफलता को प्राप्त कर पाए और रास्ते पर आने वाली प्रत्येक चुनौतियों का हम सामना कर पाए विद्यार्थी जीवन में बहुत सारी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है जिसके कारण डिप्रेशन, तनाव भी बढ़ जाता है जिसके कारण बच्चे गलत संगत और बुरी आदतें जैसे नशा करना पढ़ाई से दूर भागना चिड़चिड़ापन होने लगता है जिससे नशे में अति उत्साहित होकर अपराध भी हो जाते है तो इन सबसे बचने के लिए हमारे जीवन में संस्कार का होना जरूरी है अच्छे संस्कार से गलत कार्य करने से पहले हमारे संस्कार हमें रोकते हैl
मनोवैज्ञानिक गजानंद साहू ने बालको के बेहतर देख रेख सुरक्षा संरक्षण हेतु किशोर न्याय अधिनियम 2015 के अंतर्गत सारगर्भित जानकारी देते हुए अपनी सुरक्षा अपने साथ ,अपने माता पिता व संरक्षक के प्रति आशान्वित, अपने छोटे भाई बहनों के प्रति संवेदनशील, अपने पढ़ाई शिक्षण प्रशिक्षण के प्रति एक लक्ष्य निर्धारित कर बहुत अच्छा पढ़ाई कर माता पिता व गुरुजनों के गरिमा को बनाएं ऱखने ,घर परिवार में नशा व नशे के बचाव व दुष्प्रभाव पर सार्गभीतबाल जानकारी देते हुए दूर रहने व माता पिता संरक्षक को ये जानकारी जरूर दें,इस प्रकार से बालको को जानकारी दिए गए, उक्त संगोष्ठी में समस्त विद्यार्थियों सहित प्राचार्य चन्द्र शेखर साहू ,प्राध्यापिका मति मीना साहू उपस्थित रहें।