एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर सायबर ठग लगा रहे चूना, दुर्ग में भी फैल रहा कारोबार, भाजपा नेता डॉ. प्रतीक उमरे ने सायबर ठगों पर नकेल कसने एसपी से किया मांग
दुर्ग नगर निगम के पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर चूना लगाने वाले सायबर ठगों पर नकेल कसने की मांग दुर्ग एसपी जितेंद्र शुक्ला से किया है।डॉ. प्रतीक उमरे ने बताया कि सुडको स्कोला,आई एम कैश जैसे बहुत से अन्य वेबसाइट के माध्यम से सायबर ठग एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर डरा धमकाकर ब्लैकमेलिंग कर लोगों को लाखों का चूना लगा रहे हैं। पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने बताया कि साइबर ठगों ने उन लोगों को शिकार बनाना शुरू कर दिया है जो एस्कॉर्ट सर्विस के शौकीन हैं।इंटरनेट से नंबर जुटाकर कॉल गर्ल को बुलाने वालों के बैंक खातों पर साइबर ठगों की नजर पड़ चुकी है। लोगों के व्हाट्सएप पर युवतियों के फोटो भेजना और उसके बाद रेट चार्ट भेजकर उन्हें एडवांस बुकिंग की बातों में फंसाकर उनसे राशि ऐंठते हैं। इसके अलावा व्यक्ति की फोटो चोरी कर अश्लील कंटेंट के साथ एडिट करके उन्हें ब्लैकमेल भी किया जाता है।एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर लोगों को अपने जाल में फंसाकर उन्हें ब्लैकमेल करने और रुपये ठगने का काम इन दिनोें खूब चल रहा है।दुर्ग में भी अब इसकी शुरुआत हो चुकी है।साइबर ठगों ने अब ऐसे ही लोगों को टारगेट करना शुरू कर दिया है। साथ ही सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव रहने वाले लोगों को भी नए तरीकों से ठगी का शिकार बनाया जा रहा है।वहीं साइबर ठग व्हाट्सएप कॉलिंग के जरिए लोगों को ‘सेक्सटॉर्शन’ का शिकार भी बना रहे हैं। पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने एसपी से इस विषय पर संज्ञान लेते हुए इसपे नकेल कसने के साथ ही लोगों में जागरूकता फैलाने की मांग किया है ताकि लोग ब्लैकमेलिंग का शिकार होने से बच सकें।
पेमेंट से किया इनकार तो किया जाएगा ब्लैकमेल
गूगल से नंबर खोजने के बाद एस्कॉर्ट सर्विस के लिए फोन करके या फिर व्हाट्सएप पर मैसेज करके पूरी जानकारी लेने वाले जब एडवांस बुकिंग या फिर एस्कॉर्ट सर्विस लेने से इंकार कर दें तो उसके बाद उन्हें सेक्सटॉर्शन का शिकार भी बनाया जाता है।
खुद के बनाए फर्जी एप में वायरल करते हैं
एस्कॉर्ट सर्विस लेने से इनकार करने पर जालसाज आपकी व्हाट्सएप प्रोफाइल से फोटो डाउनलोड करते हैं और उसके बाद अश्लील कंटेंट (वीडियो, फोटो) में एडिट करते हैं। इसके बाद एक फर्जी एप में उस फोटो या वीडियो को अपलोड कर उसका लिंक ग्राहक को भेजते हैं। इसके बाद उसके परिजनों, परिचितों समेत अन्य लोगों को अश्लील कंटेंट भेजने की धमकी देकर ब्लैकमेल करते हैं।
जालसाजों का शिकार होने पर सबसे पहले ऐसा करें
1- सबसे पहले नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल (एनसीआरपी) के हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत करें।
2- जालसाज के मोबाइल नंबर को ब्लॉक करें।
3- सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस्तेमाल होने वाले सभी एप के पासवर्ड तुरंत बदल दें।
4- फेसबुक, इंस्टाग्राम समेत अन्य एप पर किसी भी अंजान की रिक्वेस्ट एक्सेप्ट न करें। साथ ही फ्रेंड लिस्ट लॉक करें।
5- ऑनलाइन शिकायत करने के साथ तुरंत नजदीकी साइबर थाने या सिविल थाने में पहुंचकर लिखित शिकायत दें।
6- बिना डरे पुलिस से पूरी जानकारी साझा करें, आपकी शिकायत को पूरी तरह से गोपनीय रखा जाएगा।