भरुवाडीह कला में होली की धूम, डीजे की धुन पर थिरके युवा

भरुवाडीह कला में होली की धूम, डीजे की धुन पर थिरके युवा

भरुवाडीह कला में होली की धूम, डीजे की धुन पर थिरके युवा

भरुवाडीह कला में होली की धूम, डीजे की धुन पर थिरके युवा


रंगों और उमंग का पर्व होली इस बार भी भरुवाडीह कला गांव में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। गांव के हर वर्ग के लोगों ने इस उत्सव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और आपसी प्रेम, भाईचारे व सौहार्द्र का संदेश दिया।गांव की गलियों, चौपालों और मंदिर प्रांगणों में बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं ने एक-दूसरे को रंग-गुलाल लगाकर शुभकामनाएं दीं। 

महिलाएं पारंपरिक लोकगीतों पर झूमती नजर आईं, वहीं युवा वर्ग ने डीजे की धुन पर जमकर ठुमके लगाए|ढोल-नगाड़ों और फाग गीतों के बीच गांव का माहौल उल्लास से भर गया।इस अवसर पर गांव के शिक्षक धीरेंद्र कुमार वर्मा ने सभी को होली की शुभकामनाएं दीं और त्योहार के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि होली सिर्फ रंगों का पर्व नहीं, बल्कि आपसी प्रेम, एकता और सौहार्द्र का प्रतीक है। 

उन्होंने युवाओं को सद्भाव और सामाजिक समरसता बनाए रखने की अपील की।बच्चों ने रंग-बिरंगे गुब्बारों और पिचकारियों से मस्ती की, जबकि बुजुर्गों ने पुराने दिनों की यादें ताजा कीं। 

गांव के सरपंच और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी सभी को शुभकामनाएं दीं और आपसी भाईचारे को बनाए रखने की अपील की। होली के इस रंगारंग माहौल ने पूरे गांव को आनंद और उल्लास से भर दिया।

Ads Atas Artikel

Ads Atas Artikel 1

Ads Center 2

Ads Center 3