दुनिया भर में हर साल 22 अप्रैल को विश्व पृथ्वी दिवस मनाया जाता है। यह खास दिन भारत समेत लगभग 195 से ज्यादा देश मनाते हैं। बता दें, इस साल दुनिया भर में 55वां पृथ्वी दिवस मनाया जा रहा है। इस खास दिन को मनाने के पीछे का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण की तरफ लोगों का ध्यान खींचकर यह कोशिश करना है कि सभी लोग पृथ्वी को खुशहाल बनाए रखने में अपना योगदान दें। आइए जानते हैं आखिर क्यों मनाया जाता है विश्व पृथ्वी दिवस, क्या है इस दिन का इतिहास, महत्व और थीम।
क्यों मनाते हैं पृथ्वी दिवस?
आज जब दुनिया भर में प्रदूषण, ग्लोबल वॉर्मिंग और जंगलों की कटाई जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं, तो पृथ्वी दिवस का महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है। पृथ्वी दिवस को मनाने के पीछे का उद्देश्य लोगों को पर्यावरण से जुड़ी समस्याओं, जैसे हवा और प्रदूषित पानी, प्लास्टिक का कचरा और पेड़ों की कटाई, के बारे में जागरूक करना है। यह दिन लोगों को बताता है कि उन्हें कैसे धरती को बचाने के लिए एक साथ मिलकर काम करना होगा।पृथ्वी दिवस का इतिहास
पृथ्वी दिवस को मनाने की शुरुआत पहली बार 1970 में अमेरिका में हुई। जिसका श्रेय अमेरिकी राजनेता और पर्यावरण एक्टिविस्ट सीनेटर जेलार्ड नेल्सन को जाता है। यह वह दौर था, जब प्रदूषण की समस्या बहुत बढ़ गई थी। दरअसल, एक साल पहले 1969 में कैलिफोर्निया के सांता बारबरा में तेल रिसाव की वजह से त्रासदी हो गई। इस हादसे में कई लोग आहत हुए। जिसके बाद पर्यावरण संरक्षण की दिशा में काम करने का फैसला लिया गया। जिसके बाद नेल्सन के आह्वान पर 22 अप्रैल को लगभग दो करोड़ अमेरिकियों ने पहली बार पृथ्वी दिवस मनाया था।